Hindu New Year 2025: हिंदू नववर्ष का पहला महीना चैत्र शुरू, विक्रम संवत् 2082 कई राशि के लिए लाया है सौगात, जानें किस राशि के लोगों का होगा भाग्योदय

Hindu New Year 2025: आज हिंदू नववर्ष है।विक्रम संवत् 2082 की शुरुआत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है, जो आज है।

Hindu New Year 2025
आज हिंदू नववर्ष है- फोटो : Hiresh Kumar

Hindu New Year 2025: आज  हिंदू नववर्ष है।हिन्दू ज्योतिष पद्धति के अनुसार हिन्दू नववर्ष की शुरुआत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है।हिंदू नव वर्ष की शुरुआत हो चुकी है। ब्रह्मा पुराण के अनुसार सृष्टि का प्रारम्भ इसी दिन हुआ था। इसी दिन से ही काल गणना का प्रारम्भ हुआ था। सतयुग का प्रारम्भ भी इसी दिन से माना जाता है। हिन्दू नव वर्ष 2023 की जब शुरुआत होती है तब चैत्र का महीने होता है और बसंत ऋतु का आगमन होता है। चैत्र माह और हिन्दू नव वर्ष का पहला त्यौहार नवरात्रि पड़ता है जिसमें 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूर्ण श्रद्धा से पूजा की जाती है।नववर्ष सभी समुदायों के लिए नवीनता का प्रतीक होता है एवं नए वर्ष के अवसर पर सभी लोग नवीन संकल्प लेते है।विक्रम संवत् 2082 की शुरुआत चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है, जो आज है।  चैत्र नवरात्रि का भी आरंभ भी इसी दिन से होता है। आज नवरात्री के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा घरों से लेकर मंदिरों तक में हो रही है।  विक्रम संवत का इतिहास सम्राट विक्रमादित्य से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने इसे स्थापित किया था। यह संवत अंग्रेजी कैलेंडर से लगभग 57 वर्ष आगे चलता है।

चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 29 मार्च 2025 को शाम 4:27 बजे से शुरू होकर 30 मार्च 2025 को दोपहर 12:49 बजे तक जारी रहेगी। इस प्रकार, उदयातिथि के अनुसार, हिंदू नववर्ष का शुभारंभ आज से हो चुका है। हिंदू नववर्ष के पहले दिन ग्रहों के राजा सूर्य, शुक्र, बुध, शनि और राहु मीन राशि में विराजमान होंगे। इसका सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। इसके बाद राहु, केतु और गुरु का गोचर होगा, इसके अलाव मंगल, सूर्य आदि ग्रहों का भी गोचर होगा।

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इस वर्ष के नवसंवत्सर का राजा सूर्य होगा, जो दोनों पदों (राजा और मंत्री) पर आसीन रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, इस स्थिति के कारण वर्ष में अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है। इसके अलावा, प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूस्खलन और आगजनी की घटनाएँ भी हो सकती हैं।

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इस संवत्सर में बुध ग्रह चौमासी फसलों का स्वामी होगा, जिससे गेहूँ, धान और गन्ना जैसी फसलों की अच्छी उपज होने की उम्मीद है। वहीं चंद्रमा के प्रभाव से शीतकालीन फसलों जैसे मूंग और बाजरा की उपज भी अच्छी रहने की संभावना है।

विक्रम संवत् 2082, आज  है, कई राशियों के लिए विशेष रूप से शुभ साबित हो सकता है। इस वर्ष की शुरुआत में ग्रहों की स्थिति और उनके संयोग से कुछ राशियों के जातकों को भाग्य और धन में वृद्धि के योग बन रहे हैं।

इस वर्ष सूर्य, चंद्रमा, बुध, शनि और राहु का मीन राशि में एकत्र होना एक दुर्लभ पंचग्रही योग बना रहा है। यह योग व्यक्तिगत जीवन, करियर और आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावा, इस वर्ष राजा और मंत्री दोनों ही सूर्य होंगे, जिससे प्रशासनिक कार्यों में सामंजस्य और सफलता की संभावना बढ़ जाती है।

भाग्यशाली राशियाँ

मिथुन राशि :

मिथुन राशि के जातकों को नए करियर अवसर मिल सकते हैं। प्रमोशन और सैलरी बढ़ोतरी के योग बन रहे हैं। व्यापार में विस्तार होगा और धन आगमन के नए स्रोत खुलेंगे।

धनु राशि:

धनु राशि वालों के लिए यह नव वर्ष समृद्धि लाने वाला हो सकता है। संपत्ति, निवेश और करियर में अनुकूलता मिलेगी। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।

कर्क राशि :

कर्क राशि के जातकों को उनकी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। व्यापार में अच्छा मुनाफा होने की संभावना है और नए अवसर प्राप्त होंगे।

मकर राशि :

नौकरीपेशा जातकों को करियर में सफलता मिलेगी। कार्यस्थल पर आपके काम की सराहना होगी, जिससे आय के स्रोत बढ़ने की संभावना है।

तुला राशि :

तुला राशि वालों के लिए नौकरीपेशा जातकों का कार्यस्थल पर प्रमोशन हो सकता है। आय के नए स्रोत मिलने से आपकी इनकम डबल हो सकती है।