Education News: नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने घोषणा की है कि 2026 से एक साल का मास्टर ऑफ एजुकेशन (M.Ed) प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। अभी तक यह कोर्स दो साल का होता था, लेकिन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत इस बदलाव को लागू किया जा रहा है।
NCTE के चेयरमैन प्रो. पंकज अरोड़ा ने बताया कि इस नए प्रोग्राम के लिए 2025 में टीचिंग संस्थानों से आवेदन मांगे जाएंगे, और 2026-27 सत्र से इसे शुरू किया जाएगा। जब एक साल का M.Ed प्रोग्राम शुरू हो जाएगा, तो दो साल का M.Ed कोर्स बंद कर दिया जाएगा।
कौन होगा योग्य?
इस नए एक साल के M.Ed प्रोग्राम के लिए तीन श्रेणियों के छात्र आवेदन कर सकेंगे:
एक साल का B.Ed कोर्स करने वाले
दो साल का ग्रैजुएशन टीचिंग प्रोग्राम करने वाले
4-वर्षीय इंटिग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) करने वाले
एक जैसी होगी कोर्स की गुणवत्ता
प्रो. अरोड़ा ने बताया कि नए एक साल के M.Ed प्रोग्राम का सिलेबस गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा। NCTE का उद्देश्य है कि चाहे छात्र एक साल का कोर्स करे या चार साल का, सभी प्रोग्राम की गुणवत्ता एक जैसी होनी चाहिए। इसके लिए 8 सदस्यों वाली हाई पावर कमिटी का गठन किया गया है, जो यह सुनिश्चित करेगी कि कोर्स का करिकुलम राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार हो।
ITEP और अन्य कोर्सेज का नया करिकुलम
NCTE केवल एक साल का M.Ed प्रोग्राम ही नहीं, बल्कि अन्य टीचिंग प्रोग्राम्स को भी नया रूप दे रहा है। इसमें ITEP योगा एजुकेशन, ITEP फिजिकल एजुकेशन, ITEP संस्कृत, और ITEP परफॉर्मिंग आर्ट एजुकेशन जैसे कोर्सेज शामिल होंगे।
एक साल का B.Ed कोर्स भी होगा शुरू
NCTE ने 10 साल बाद एक साल का B.Ed कोर्स भी फिर से शुरू करने का फैसला किया है। इसके साथ ही NCTE ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी टीचिंग प्रोग्राम्स में समानता का सिद्धांत लागू किया जाए, ताकि देश की जरूरतों और ग्लोबल स्टैंडर्ड को ध्यान में रखते हुए इनकी गुणवत्ता को बेहतर किया जा सके।
NCTE का नया कदम
NCTE का यह नया कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भारत में टीचर एजुकेशन के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लेकर आएगा। एक साल के M.Ed प्रोग्राम से छात्रों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि इसे उच्च गुणवत्ता के साथ लागू करने की योजना है। यह नया प्रोग्राम शिक्षा क्षेत्र को नई दिशा देने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम होगा।