Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूलों में अगले सत्र से पठन पाठन के तौर तरीकों में बदलाव किए जाएंगे। जिसको लेकर एसीएस एस सिद्धार्थ नया नया फरमान जारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में एस सिद्धार्थ ने आदेश दिया है कि अगले सत्र से सरकारी स्कूलों में बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी लगाई जाएगी। साथ ही शिक्षकों को हर दिन चेतना सत्र की फोटोज भी अपलोड करनी होगी। अगले सत्र से ही स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट की भी शुरुआत हो रही है।
बच्चों की ऑनलाइन उपस्थिति होगी दर्ज
एसीएस के आदेश के अनुसार सरकारी स्कूलों में अब बच्चों की भी उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। वर्तमान सत्र में शिक्षकों के लिए यह व्यवस्था पूरी तरह लागू हो चुकी है, और अब बच्चों की ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करने की तैयारी चल रही है। इसका उद्देश्य स्कूलों में उपस्थिति के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोकना है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने इस व्यवस्था के लिए पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया है, जिसका ट्रायल सोमवार से 6 जिलों के 5-5 स्कूलों में शुरू होगा। इन जिलों में वैशाली, पटना, नालंदा, जहानाबाद, सारण और भोजपुर शामिल हैं। प्रत्येक जिले में दो प्राथमिक और तीन मध्य विद्यालय चुने गए हैं, जहां कक्षा 3 के छात्रों की उपस्थिति टैबलेट के माध्यम से दर्ज की जाएगी।
कैसे काम करेगा ऑनलाइन हाजिरी सिस्टम?
टैबलेट के माध्यम से कक्षा 3 के छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज होगी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत चुने गए स्कूलों को 5-5 टैबलेट उपलब्ध कराए गए हैं, जो वर्ग शिक्षक की निगरानी में रहेंगे। यदि ट्रायल सफल रहता है, तो 1 अप्रैल से सभी सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी लागू कर दी जाएगी।
शिक्षकों को भी करनी होगी अपडेट
शिक्षकों को छात्रों की उपस्थिति के साथ उनके मूल्यांकन (अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षाओं के परिणाम), पाठ्यक्रम की प्रगति और पढ़ाए गए पाठों की जानकारी भी पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। हर महीने के अंत में विषयवार पाठ्यक्रम की जानकारी पोर्टल पर देनी होगी। पहली घंटी में ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करने के साथ शिक्षक कक्षा का एक ग्रुप फोटो भी पोर्टल पर अपलोड करेंगे, जिसमें सभी उपस्थित छात्र दिखेंगे।
चेतना सत्र की फोटोज भी करनी होंगी अपलोड
चयनित स्कूलों के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक या कक्षा 3 के शिक्षक को चेतना सत्र के दौरान दो फोटो अपलोड करनी होगी। ये फोटो कतार में खड़े बच्चों के आगे और पीछे से ली जाएगी और ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। सभी चयनित स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को इस संबंध में पिछले हफ्ते प्रशिक्षण दिया गया।
आरटीई के तहत नामांकन के लिए आज तक रजिस्ट्रेशन
शिक्षा का अधिकार (RTE) अधिनियम के तहत प्राइवेट स्कूलों में आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्ग के बच्चों के नामांकन के लिए रजिस्ट्रेशन आज तक होगा। सत्र 2025-26 में जिले के 525 रजिस्टर्ड स्कूलों में नामांकन लिया जाएगा। 7 फरवरी तक 4734 बच्चों का रजिस्ट्रेशन "ज्ञानदीप पोर्टल" पर हो चुका है। 15 फरवरी तक पंजीकृत छात्रों का सत्यापन किया जाएगा। 53 स्कूलों ने अब तक अपनी सीटें घोषित नहीं की हैं, जबकि 472 स्कूलों ने सीटों की घोषणा कर दी है। यदि पायलट प्रोजेक्ट सफल रहता है, तो अगले सत्र से सभी सरकारी स्कूलों में यह डिजिटल हाजिरी अनिवार्य रूप से लागू कर दी जाएगी