Bihar Teacher News:शिक्षा के मैदान में अपराध की तर्ज पर हाजिरी का खेल, और मास्टर साहब ग़ायब!ऑनलाइन अटेंडेंस में गुरुजी की चालबाज़ी BEO की रेड में ऐसे पकड़ाई
Bihar Teacher News: एक सरकारी स्कूल की कहानी, जहाँ किताबों की जगह ताले लटक रहे हैं और ज्ञान की जगह गायब टीचर साहब की हाजिरी दर्ज हो रही है।

Bihar Teacher News:ये कोई गैंगस्टर की गली नहीं, बल्कि एक सरकारी स्कूल की कहानी है जहाँ किताबों की जगह ताले लटक रहे हैं और ज्ञान की जगह गायब टीचर साहब की हाजिरी दर्ज हो रही है।
मौका-ए-वारदात बना बेतिया के नरकटियागंज का मध्य विद्यालय, रखही पश्चिम टोला जहाँ शिक्षा का सूरज ढलने से पहले ही ड्यूटी पर ताला जड़ दिया गया। दिन था बुधवार और घड़ी ने ढाई बजने का एलान किया था, जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार निरीक्षण की नीयत से स्कूल पहुंचे।
गेट पर ताला, क्लास में खामोशी और मैदान में महज हवा। एक सरकारी विद्यालय में जब अफसर पहुंचा और एक भी मास्टर नजर न आए, तो इसे ‘एजुकेशनल एस्केप प्लान’ कहें या ‘सिस्टम का सफाया’?
ग्रामीणों की जुबान में कहें तो "मास्टर साहब तो नाम के हैं, स्कूल तो जैसे भगवान भरोसे चल रहा है।"
विद्यालय में पांच शिक्षक तैनात हैं, लेकिन ड्यूटी पर कौन है? ये खुद भगवान ही जाने।फैयाजुल हक B.L.O. ड्यूटी में व्यस्त,प्रधानाध्यापक सुदीश कुमार पांडे छुट्टी पर,शुभम कुमारी छुट्टियों के बाद लापता,तबस्सुम आरा गायब, मगर "ऑनलाइन हाजिर! और खलील अहमद, रात में हाजिरी बनाते हैं... यानी "शाम को खिचड़ी, रात में उपस्थिति!
सवाल ये नहीं कि कौन ग़ायब है, सवाल ये है कि फिर ऑनलाइन हाजिरी दर्ज कैसे हो रही है?सुबह 10:02 बजे तबस्सुम आरा की हाजिरी दर्ज है, मगर स्कूल बंद था! क्या ये "हाजिरी सिंडिकेट" का हिस्सा है या फिर कोई डिजिटल जालसाजी?
205 बच्चों का नामांकन है, लेकिन शिक्षक ऐसे ग़ायब जैसे पुराने पाठ्यक्रम। BEO राजेश कुमार ने साफ तौर पर कहा, “ये मामला गंभीर है, रिपोर्ट ज़िला को भेजी जा रही है। कार्रवाई तय है।”
जहाँ बच्चों को ज्ञान मिलना चाहिए था, वहाँ पर रात की हाजिरी, दिन का सन्नाटा और फर्ज़ी हाजिरी का क्राइम सीन सामने है। सवाल ये नहीं कि टीचर कब आएंगे सवाल ये है कि क्या बच्चों का भविष्य इसी तरह डिजिटल हाजिरी और मूक दीवारों के बीच बर्बाद होता रहेगा?