Bihar teacher Job: बिहार में 27 हज़ार पदों पर होगी शिक्षकों की भर्ती, TRE-4 नोटिफिकेशन की उलटी गिनती शुरू! शिक्षा मंत्री ने किया बड़ा ऐलान
Bihar teacher Job:बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया (BPSC TRE-4) ने रफ़्तार पकड़ ली है।
Bihar teacher Job:बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया (BPSC TRE-4) ने रफ़्तार पकड़ ली है। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने स्पष्ट किया है कि सभी जिलों से रिक्तियों का विस्तृत विवरण मंगाया जा रहा है और इन आंकड़ों को बीपीएससी को प्रेषित करने की प्रक्रिया जारी है। मंत्री के अनुसार जैसे ही रोस्टर तैयार हो जाएगा, TRE-4 बहाली की औपचारिक शुरुआत कर दी जाएगी।शिक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि जनवरी 2026 तक TRE-4 का नोटिफिकेशन जारी हो सकता है, जिससे शिक्षकों की नई बहाली का रास्ता पूरी तरह खुल जाएगा।
इस नई नियुक्ति प्रक्रिया के तहत प्राथमिक, मध्य विद्यालय और प्लस-टू स्तर पर 27,000 से अधिक शिक्षकों की बहाली प्रस्तावित है। विभाग का कहना है कि यह कदम स्कूलों में वर्षों से चली आ रही शिक्षकों की कमी को दूर करेगा और तालीमी गुणवत्ता (शैक्षणिक गुणवत्ता) में उल्लेखनीय सुधार लाएगा। सुनील कुमार का कहना है कि शिक्षा विभाग और बीपीएससी के बीच समन्वय लगातार मज़बूत किया जा रहा है, ताकि बहाली प्रक्रिया समयबद्ध तरीके से पूरी की जा सके।उन्होंने कहा कि जिलों से रिक्तियों का ब्योरा निरंतर आ रहा है। रोस्टर मिलते ही बहाली की प्रक्रिया शुरू होगी और TRE-4 का नोटिफिकेशन जनवरी 2026 तक आने की पूर्ण उम्मीद है।
इसी बीच बिहार सरकार ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए उच्च शिक्षा विभाग का गठन कर दिया है। इसके बाद अब राज्य में दो अलग शिक्षा मंत्री होंगे — एक स्कूल शिक्षा के लिए और दूसरा उच्च शिक्षा के लिए। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने इस फैसले पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का यह कदम काबिले-तारीफ और स्वागत योग्य है। उनके मुताबिक उच्च शिक्षा विभाग बनने से विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और तकनीकी संस्थानों में कामकाज अधिक प्रभावी और तेज़ होगा।
सरकार का दावा है कि उच्च शिक्षा को अलग विभाग के रूप में संरचित करने का उद्देश्य छात्रों की बदलती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तालीमी ढांचे को और मज़बूती प्रदान करना है। नई संरचना के बाद शिक्षा प्रणाली स्कूलों से लेकर विश्वविद्यालयों तक अधिक सुचारू, सक्षम और परिणाम-मुखी बनेगी।
शिक्षा मंत्री ने भरोसा जताया कि आने वाले दिनों में बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सकारात्मक और दूरगामी बदलाव स्पष्ट दिखाई देंगे, और राज्य की तालीमी तस्वीर एक नए दौर में प्रवेश करेगी।