Teacher suspended: शिक्षा विभाग की ऑनलाइन मीटिंग में अश्लील वीडियो का कहर , महिला शिक्षिकाओं के सामने शर्मनाक हरकत, शिक्षक निलंबित

Teacher suspended:शिक्षा विभाग की ऑनलाइन बैठक चल रही थी, जिसमें अधिकारी, शिक्षक और शिक्षिकाएँ जुड़ी थीं। इसी दौरान अश्लील वीडियो ...

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शिक्षा विभाग की ऑनलाइन बैठक में अश्लीलता का तूफ़ान- फोटो : social Media

Teacher suspended: शिक्षा विभाग से जुड़ी एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे तंत्र की गरिमा पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। ऑनलाइन मीटिंग, जिसे ज्ञान, चर्चा और शैक्षिक विकास का माध्यम माना जाता है, अचानक शर्मिंदगी का मंच बन गई। मामला यूपी के एटा जिले के नगर क्षेत्र जलेसर का है। जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग की ऑनलाइन बैठक चल रही थी, जिसमें अधिकारी, शिक्षक और शिक्षिकाएँ जुड़ी थीं। इसी दौरान अचानक किसी ने ग्रुप में अश्लील वीडियो शेयर कर दिया। दृश्य देखते ही बैठक का माहौल असहज हो गया और कई लोग तुरंत मीटिंग छोड़कर बाहर निकल गए।महिला शिक्षिकाओं की मौजूदगी में घटी इस घटना ने हड़कंप मचा दिया। संज्ञान में आते ही वीडियो को हटाया गया, लेकिन तब तक कई लोगों की नज़र इस पर पड़ चुकी थी।

एटा के बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने तत्काल मामले की गंभीरता को देखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) को जांच का आदेश दिया। जांच पूरी होने के बाद नगर क्षेत्र के एक शिक्षक को दोषी पाया गया और उन्हें निलंबित कर दिया गया। बीईओ नेत्रपाल सिंह ने बताया कि संबंधित शिक्षक ने जाने-अनजाने में ग्रुप में अश्लील सामग्री डाल दी थी।

यह घटना कोई पहली नहीं है। इससे पहले महाराजगंज जिले में भी ठीक ऐसी ही शर्मनाक स्थिति उत्पन्न हुई थी। वहां कलक्ट्रेट स्थित एनआईसी में ई-चौपाल के दौरान गूगल मीट लिंक के जरिये एक शरारती तत्व जुड़ गया और अश्लील वीडियो चला दिया। उस समय बैठक में डीएम, बीएसए समेत विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

अश्लील वीडियो चलते ही पूरा माहौल बिगड़ गया और अधिकारी भी असहज हो उठे। यही नहीं, एक अन्य व्यक्ति ने बैठक में अभद्र भाषा का प्रयोग कर स्थिति को और शर्मनाक बना दिया। इस पर तत्काल बीएसए के आदेश पर बीईओ फरेंदा ने तहरीर दी।

कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपितों   जाशन जेआर और अर्जुन   के खिलाफ आईटी एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार दोनों का पता अज्ञात है, लेकिन साइबर टीम आईपी एड्रेस के आधार पर जांच में जुट गई है। जल्द ही नाम-पते की पुष्टि कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इन घटनाओं ने शिक्षा विभाग की ऑनलाइन मीटिंग्स की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस मंच को बच्चों के भविष्य और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए बनाया गया था, वही अब कुछ असामाजिक तत्वों की हरकतों से बार-बार कलंकित हो रहा है।