Bihar Election 2025: पालीगंज में रैली की तैयारी के बीच प्रशासन ने कसी लगाम, लल्लू मुखिया के बाद चिराग पासवान की प्रचार गाड़ियाँ जब्त, दानापुर में भी छापेमारी तेज

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी सरगर्मी सातवें आसमान पर हैं। इसी बीच पालीगंज और दानापुर से प्रशासन ने 9 वाहनों को जब्त किया है। इसके पहले लल्लू मुखिया के 3 वाहनों को जब्त किया गया था।

पटना डीएम
कई वाहन जब्त - फोटो : social media

Bihar Election 2025: मोकामा के दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद बिहार की सियासी ज़मीन गरमा गई है। अब यह बवाल पूरी तरह प्रशासनिक एक्शन में तब्दील हो चुका है। पटना के जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। उन्होंने साफ़ लहजे में कहा कि मोकामा विधानसभा क्षेत्र में हुई घटना को जिला प्रशासन और पुलिस ने बेहद गंभीरता से लिया है। कई स्तरों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिला प्रशासन ने आचार संहिता उल्लंघन के मामलों पर सख्त रुख अपनाया है। शनिवार को पालीगंज में प्रत्याशियों के प्रचार में उपयोग हो रहे 8 वाहनों और दानापुर में एक वाहन को प्रशासन ने जब्त कर लिया।

डीएम की सख्त चेतावनी 

जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह पटना डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने स्पष्ट कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले बाढ़ में भी कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने राजद प्रत्याशी लल्लू मुखिया के तीन वाहनों को जब्त किया था। जिला प्रशासन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि, "आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में चुनाव प्रचार में प्रत्याशियों द्वारा उपयोग किए जा रहे 8 वाहनों को पालीगंज में तथा 1 वाहन को दानापुर में जब्त किया गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना ने कहा कि आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी"।

मोकामा हत्या कांड के बाद बढ़ाई गई सख्ती

बता दें कि, मोकामा में एक प्रत्याशी के समर्थक की हत्या के बाद से जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। शुक्रवार को डीएम डॉ. त्यागराजन और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बाढ़ और मोकामा विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर तैयारियों की समीक्षा की थी। शनिवार को प्रशासन ने तीनों प्रत्याशियों के काफिलों पर विशेष निगरानी बढ़ा दी। निर्देश जारी किया गया है कि बिना अनुमति वाले वाहनों को तुरंत जब्त किया जाए और अनुमति प्राप्त वाहनों की भी नियमित जांच की जाए।

शांतिपूर्ण मतदान प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकता

अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम ने कहा कि 6 नवंबर को होने वाले मतदान को स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त माहौल में संपन्न कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने आचार संहिता उल्लंघन पर त्वरित कार्रवाई, अवैध हथियारों की बरामदगी, और अपराधियों की निगरानी को तेज करने का आदेश दिया है।