Bihar Vidhansabha chunav 2025: बिहार चुनाव का असर यूपी तक, सीमा से सटे इलाकों में दो दिन रहेगा शराबबंदी, सख़्त आदेश हुआ जारी
Bihar Vidhansabha chunav 2025: विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से पहले बिहार से सटे यूपी के कई ज़िलों में दो दिन तक शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
                            Bihar Vidhansabha chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से पहले उत्तर प्रदेश प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं। बिहार से सटे यूपी के कई ज़िलों में दो दिन तक शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। यह रोक लोक शांति, निष्पक्ष मतदान और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से लगाई गई है।
देवरिया में 3 किमी क्षेत्र में शराब की सभी दुकानें बंद
देवरिया जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है कि बिहार की सीमा से लगे 3 किलोमीटर के दायरे में स्थित सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। यह आदेश 4 नवंबर की शाम 6 बजे से 6 नवंबर की शाम 6 बजे तक लागू रहेगा।
देवरिया जिला बिहार के सीवान और गोपालगंज ज़िलों से सटा हुआ है, जहाँ 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होना है। प्रशासन का मानना है कि बिहार चुनाव के दौरान शराब की तस्करी या अवैध बिक्री से मतदान प्रक्रिया पर असर पड़ सकता है, इसलिए यह एहतियाती कदम ज़रूरी है।
उल्लंघन पर सख़्त कार्रवाई का निर्देश
स्थानीय अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस दौरान किसी भी इलाके में शराब की दुकान खुली पाई जाती है, तो उसके संचालक के ख़िलाफ़ आबकारी अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीमों को तैनात किया गया है।4 नवंबर की शाम से 6 नवंबर तक इन इलाकों में सघन निगरानी अभियान चलाया जाएगा ताकि किसी तरह की तस्करी या अवैध वितरण को रोका जा सके।
बिहार चुनाव का कार्यक्रम
बिहार में इस बार चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं पहला चरण-6 नवंबर को 18 ज़िलों की 121 सीटों पर मतदान,दूसरा चरण- 11 नवंबर को शेष 122 सीटों पर मतदान,मतगणना- 14 नवंबर को,वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।
बिहार की सियासी सरजमीं पर इस बार एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है।पहले चरण के मतदान के नतीजे से ही सियासी हवा का रुख़ तय होने की उम्मीद जताई जा रही है।
इस बीच, सीमा पार शराबबंदी और सुरक्षा कड़ी करने का निर्णय दोनों राज्यों के बीच समन्वय का प्रतीक है ताकि बिहार चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण और निष्पक्ष माहौल में संपन्न हो सके।कुल मिलाकर, सियासी माहौल गर्म है और प्रशासन चाह रहा है कि शराब की एक बूंद भी लोकतंत्र के इस पर्व को मटमैला न करे।