Bihar Election Results 2025: मोकामा में बाहुबलियों की भिड़ंत, अनंत सिंह बनाम वीणा देवी, जेल से लेकर जश्न तक, दोनों खेमों में टकराव का माहौल चरम पर, शुरुआती रुझान में अनंत आगे

सुबह 09.25 बजे अनंत सिंह 2716 वोटों से आगे चल रहे हैं।....

 Mokama heats up as Anant Singh leads Veena Devi
शुरुआती रुझान में अनंत आगे- फोटो : social Media

Bihar Election Results 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों का दिन आ चुका है। सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो चुकी है और इसी के साथ मोकामा विधानसभा सीट पर सियासी तापमान अपने चरम पर पहुंच गया है। यह सीट इस बार सिर्फ राजनीतिक मुकाबले की नहीं, बल्कि दो बाहुबलियों के प्रतिष्ठा युद्ध की रणभूमि बन गई है। एक तरफ हैं जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह, जो जेल में बंद होने के बावजूद चुनावी चर्चा के केंद्र बने हुए हैं; दूसरी ओर हैं आरजेडी प्रत्याशी वीणा देवी, जो बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी हैं और समर्थकों के बीच मजबूत पकड़ रखती हैं। सुबह 09.25 बजे  अनंत सिंह 2716 वोटों से आगे चल रहे हैं।

अनंत सिंह के समर्थक पिछले एक हफ्ते से ही जीत का जश्न मनाने की तैयारियों में लगे हुए हैं। उनके पटना माल रोड स्थित आवास पर भारी भीड़ जुटी है। बड़ी स्क्रीन लगाई गई है जिस पर काउंटिंग की अपडेट देखी जा रही है। बाहर लगा पोस्टर माहौल को और गरमा देता है “जेल का फाटक टूटेगा, मेरे शेख छूटेगा।”यह नारा समर्थकों के जोश और अनंत सिंह के प्रति भावनात्मक जुड़ाव को साफ दर्शाता है।

दूसरी ओर वीणा देवी के समर्थक भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। पटना के डाक बंगला चौराहा स्थित कौशल्या स्टेट में बड़ा पंडाल लगा है, जहां समर्थकों के लिए भोज की तैयारियां की जा रही हैं। फिलहाल माहौल शांत है, क्योंकि वीणा देवी खुद कहीं बाहर व्यस्त हैं और समर्थक काउंटिंग के शुरुआती रुझानों का इंतजार कर रहे हैं।

मोकामा के नदमा और कारगिल मार्केट में सन्नाटा पसरा है क्योंकि ज्यादातर समर्थक पटना में जमा हो रहे हैं, जहां दोनों खेमों ने जश्न और शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर ली है। अनंत सिंह ने मोकामा के वोटरों को पटना आने का खुला निमंत्रण दिया है।

यह सीट तब सुर्खियों में आई थी जब दुलारचंद यादव की हत्या हुई थी। इसी केस में आरोपी होने के कारण अनंत सिंह अभी जेल में हैं। बावजूद इसके, उनका जनाधार कमज़ोर नहीं पड़ा है। दूसरी ओर, सूरजभान परिवार की पकड़ भी इस क्षेत्र में दशकों पुरानी है।

नतीजे आते ही यह साफ़ हो जाएगा कि मोकामा की जनता ने जेल में बैठे अनंत सिंह पर भरोसा दिखाया है या वीणा देवी के राजनीतिक और पारिवारिक प्रभाव को तरजीह दी है। दोनों खेमों ने जश्न की तैयारी कर ली है—अब इंतजार सिर्फ मतदान की किस्मत खुलने का है।