Bihar Election 2025: दुलारचंद यादव का नहीं होगा ब्रह्मभोज! पोते का ऐलान—‘जब तक अनंत सिंह को फांसी नहीं होगी, तब तक नहीं करेंगे श्राद्ध’

Bihar Election 2025: दुलारचंद यादव का ब्रह्मभोज नहीं होगा। दुलारचंद यादव के पोते ने ऐलान किया है कि जब तक अनंत सिंह को फांसी की सजा नहीं होती है तब तक वो अपने दादा जी का श्राद्ध नहीं करेंगे...

दुलारचंद यादव
दुलारचंद यादव के पोते का ऐलान - फोटो : social media

Bihar Election 2025:  बिहार की सियासत गरमाई हुई है। मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद सियासी हलचल सातवें आसमान पर है। दुलारचंद की मर्डर मामले में पुलिस ने देर रात मोकामा से जदयू प्रत्याशी और पूर्व विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है। इसी बीच दुलारचंद यादव के पोते ने बड़ा ऐलान कर दिया है। दुलारचंद के बेटे ने कहा है कि जब तक सभी आरोपियों को फांसी नहीं होती है तब तक वो अपने दादा का ब्रह्मभोज नहीं करेंगे। 

अनंत सिंह को मिले फांसी की सजा 

दुलारचंद यादव के पोते नीरज यादव ने कहा कि, हमारी सरकार से मांग है कि सभी आरोपी को 6 नवंबर से पहले गिरफ्तार किया जाए। सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक फांसी की सजा नहीं होती हमें न्याय नहीं मिलेगा। दुलारचंद यादव के पोते ने कहा कि हमें फांसी ही चाहिए उसके अलावा कुछ नहीं चाहिए। हमने ब्रह्मभोज का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है। 

अनंत सिंह को फांसी नहीं तो ब्रह्मभोज नहीं...

पोते नीरज यादव ने ऐलान करते हुए कहा कि जब तक अनंत सिंह को फांसी नहीं होती है, अनंत सिंह की जब तक फांसी नहीं होती तब तक वो ब्रह्मभोज नहीं करेंगे। नीरज यादव ने आरोप लगाया कि मेरे दादा को उनके विरोधियों ने प्रशासन की मदद से मार डाला। जब तक सभी पांच आरोपी गिरफ्तार नहीं होते और उन्हें सजा-ए-मौत नहीं दी जाती, हम ब्रह्मभोज नहीं करेंगे।

दुलारचंद पोते का बयान- मेरी जान को खतरा 

उन्होंने आगे कहा कि, अनंत सिंह गिरफ्तार हो गए हैं, लेकिन उनके चार चेले खुलेआम घूम रहे हैं। इनसे मेरी जान को खतरा है। यह एक साजिश है, जिसमें कई लोग शामिल हैं। सरकार अगर चाह ले तो सबको तुरंत गिरफ्तार कर सकती है। मोकामा सीट से जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह के खिलाफ मृतक के पोते की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी। इसमें अनंत सिंह के साथ चार अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं। शनिवार देर रात अनंत सिंह को पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा की टीम ने उनके घर से गिरफ्तार किया। साथ ही मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। तीनों को रविवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।

राजनीतिक दबाव में सरकार 

नीरज यादव ने दावा किया कि मामले में राजनीतिक दबाव काम कर रहा है। सरकार भी इस खेल में शामिल है। सिर्फ अनंत सिंह को गिरफ्तार किया गया है, बाकी चार को 6 नवंबर के बाद पकड़ा जाएगा। मुझे और मेरे परिवार को न्याय चाहिए, राजनीति नहीं करनी है। उन्होंने कहा कि,  मैं सभी से अनुरोध करता हूँ कि मुझे और मेरे परिवार को न्याय दिलाएँ। अभी मेरी कोई राजनीतिक आकांक्षा नहीं है, मुझे बस न्याय चाहिए...। अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद से मोकामा और बाढ़ क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जिला प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है, ताकि 6 नवंबर की वोटिंग शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।