Bihar Vidhansabha Chunav 2025: सुबह-सुबह मतदान केंद्र पर वोटरों की लगी कतारें, नाश्ते से पहले वोटिंग के लिए उमड़ रहे मतदाता, , दूसरे चरण में कई दिग्गजों की किस्मत EVM में हो रही कैद
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदाताओं का जोश आसमान पर है।...
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मतदाताओं का जोश आसमान पर है। सूरज उगने से पहले ही मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें, मानो जनता ने तय कर लिया हो पहले वोट, बाद में नाश्ता। बूथों पर महिलाओं, बुज़ुर्गों और युवाओं का भारी जमावड़ा, लोकतंत्र की असली तस्वीर पेश कर रहा है।
इस चरण में कई वज़नदार और चर्चित चेहरों की राजनीतिक नियति आज जनता के हाथों लिखी जा रही है।
झंझारपुर से नीतीश मिश्रा, परिहार से राजद के पूर्व अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे की बहू स्मिता गुप्ता, और औरंगाबाद से भाजपा के पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह के पुत्र त्रिविक्रम सिंह मैदान में हैं।राष्ट्रीय लोक मोर्चा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता भी वोटरों की कसौटी पर हैं।
नवीनगर में पूर्व सांसद आनन्द मोहन के पुत्र चेतन आनंद के सियासी सफर का फैसला भी आज बैलेट-ईवीएम के जरिए होने वाला है।
सिकंदरा से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी की किस्मत का भरोसा मतदाताओं की उंगलियों पर टिका है।कटिहार में पूर्व उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद वोट की जंग में मोर्चा संभाले हैं।सुपौल में मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, छातापुर में नीरज सिंह बबलू, फुलपरास में मंत्री शिला मंडल और बेतिया में रेणु देवी की भविष्य की कुर्सी जनता तय कर रही है।
तीन बड़ी पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष भी इस चरण में पसीना बहा रहे हैं। लोजपा (रामविलास) के राजू तिवारी गोविंदगंज से, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम कुटुंबा से, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार टेकारी से पसीना बहा रहे हैं।
कुल 20 ज़िलों की 122 सीटों पर जारी मतदान बिहार की राजनीति का चेहरा बदल सकता है। उम्मीद, उत्साह और उत्सव—दूसरे चरण के मतदान ने यह साबित कर दिया कि जनता चुप नहीं, जागी हुई है।
किसकी किस्मत चमकेगी और किसका राजनीतिक सफ़र ठहरेगाये फैसला अब EVM की कोठरी में कैद है, और जनता ने अपने अधिकार का उपयोग कर रही है।