Bihar Vidhansabha Chunav 2025: वोट की खातिर माइलों का सफर किया तय, वोटिंग के लिए उमड़ा प्रवासी मतदाताओं का सैलाब, जज़्बा-ए-लोकतंत्र
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव का सियासी तापमान चरम पर है और इसी बीच कटिहार आज एक अनोखे नज़ारे का गवाह बना।
Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव का सियासी तापमान चरम पर है और इसी बीच कटिहार आज एक अनोखे नज़ारे का गवाह बना। वोट की अहमियत क्या होती है, यह उन चेहरों से साफ झलक गया जो दिल्ली, हरियाणा, पंजाब जैसे राज्यों से लंबा सफ़र तय कर अपने गांव लौट आए। कामधंधे, रोज़गार, मजबूरी सब एक तरफ, लेकिन मताधिकार निभाने का जज़्बा एक तरफ।
सुबह से ही कटिहार रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मतदाताओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हजारों की तादाद में लोग ट्रेन से उतरते दिखे, हाथों में बैग, चेहरे पर थकान, लेकिन आंखों में चमक वोट डालकर लोकतंत्र को मजबूत करने की खुशी।
आजमनगर के जावेद अली, खोडियार के लक्ष्मण, फतेह खान और यासमीन उन चेहरों में शामिल थे, जो सिर्फ और सिर्फ चुनाव के लिए लौटे। भीड़, देर से चलती ट्रेनें, टिकट की किल्लत और सफर की तकलीफ़ सब उन्होंने झेला, लेकिन मन में एक ही आवाज़ मतदान करेंगे, और ज़रूर करेंगे।
जावेद अली ने मुस्कुराते हुए कहा कि देश तभी आगे बढ़ेगा, जब हर नागरिक मतदान के दिन अपनी जिम्मेदारी निभाएगा।
यासमीन ने कहा कि यह सिर्फ वोट नहीं, अपने गांव और अपने भविष्य की तरफ एक क़दम है।
कटिहार स्टेशन पर उतरे हर चेहरे पर गर्व, उत्साह और जज़्बा-ए-लोकतंत्र साफ दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि मुश्किलें चाहे जितनी आएं, पर मतपत्र पर लगी उंगली की स्याही—हर संघर्ष से बड़ी है।
उनका संदेश भी साफ है कि लोकतंत्र का यह पर्व सबका है, इसलिए हर किसी को अपने घर आकर वोट देना चाहिए।
आज कटिहार ने साबित किया कि जहाँ चाह, वहाँ मतदान।जहाँ जिम्मेदारी, वहाँ लोकतंत्र की जीत।
रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह