Bihar Vidhansabha Chunav 2025: महागठबंधन को लगा तगड़ा झटका, VIP प्रत्याशी सकलदेव बिंद ने पार्टी छोड़ी, सम्राट चौधरी को दिया समर्थन

महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि VIP पार्टी के उम्मीदवार सकलदेव बिंद ने न केवल पार्टी से इस्तीफा दे दिया....

Sakaldeo Bind Supports Samrat
महागठबंधन को लगा तगड़ा झटका- फोटो : reporter

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तारापुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी समीकरण एक बार फिर पलट गए हैं। महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि VIP पार्टी के उम्मीदवार सकलदेव बिंद ने न केवल पार्टी से इस्तीफा दे दिया, बल्कि बीजेपी के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को समर्थन देने का ऐलान किया।

164 तारापुर सीट से VIP के उम्मीदवार रहे सकलदेव बिंद ने आज एक बयान जारी कर राजनीतिक गलियारों में सनसनी फैला दी। उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर षड्यंत्र रचकर उनका टिकट काटा गया, जिससे अति पिछड़ा वर्ग के बेटे के साथ अन्याय हुआ। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब मैं VIP पार्टी छोड़ चुका हूं और बीजेपी को समर्थन दे रहा हूं। आज ही अपना नामांकन भी वापस ले लूंगा। यह फैसला किसी राजनीतिक डील के कारण नहीं, बल्कि जनता की आवाज़ और उनके आग्रह पर लिया गया है। अगर तारापुर से राजद प्रत्याशी जीत गया तो अति पिछड़ों का अपमान होगा, इसलिए मैंने जनता की बात मानते हुए सम्राट चौधरी का समर्थन करने का निर्णय लिया।

सकलदेव बिंद ने यह भी कहा कि पार्टी में उनके साथ षड्यंत्र हुआ और उनका टिकट छीना गया। उन्होंने अपने सत्यनिष्ठ और स्पष्ट बयान से सियासी गलियारों में तहलका मचा दिया। उनका यह कदम महागठबंधन के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि तारापुर में यह सीट पहले से ही बेहद सघन मुकाबले वाली मानी जा रही थी।राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सकलदेव बिंद का यह फैसला महागठबंधन के समीकरणों को झकझोर सकता है। इसके प्रभाव से न केवल राजद और कांग्रेस के उम्मीदवारों की स्थिति कमजोर हो सकती है, बल्कि एनडीए की नींव भी और मजबूत हो सकती है।

सकलदेव बिंद के इस फैसले ने यह भी संकेत दिया है कि स्थानीय स्तर पर अति पिछड़ा वर्ग के नेताओं की भागीदारी और उनका सम्मान चुनावी रणनीति में निर्णायक भूमिका निभाता है। उनका समर्थन सीधे तौर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पाले में गया है, जो चुनावी गणित को पूरी तरह बदल सकता है।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तारापुर की चुनावी हवा इस फैसले के बाद किस दिशा में बहती है। क्या महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ेंगी, या एनडीए का स्थानीय स्तर पर दबदबा और मज़बूत होगा। तारापुर में चुनावी समर अब पहले से कहीं अधिक रोमांचक और अप्रत्याशित मोड़ पर पहुँच गया है।

सकलदेव बिंद की पार्टी से विदाई और बीजेपी को समर्थन का यह ऐलान चुनावी रणनीति, जातीय समीकरण और स्थानीय राजनीति पर प्रभाव डालने वाला एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।

रिपोर्ट- मो. इम्तियाज खान