Bihar Election 2025: तेजस्वी के महुआ जाने का तेज प्रताप लेंगे बदला, छोटे भाई के खिलाफ हेलीकॉप्टर से करेंगे प्रचार

Bihar Election 2025:

तेजप्रताप यादव
तेजस्वी के खिलाफ प्रचार करेंगे तेज प्रताप - फोटो : social media

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी सातवें आसमान पर है। पहले चरण का चुनाव प्रचार जारी है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को 121 विधानसभा सीटों पर होगा। चुनाव प्रचार के बीच लालू परिवार में खुली जंग छिड़ गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव अब आमने-सामने आ गए हैं। महुआ और राघोपुर विधानसभा सीटों पर दोनों के बीच राजनीतिक टकराव ने चुनावी माहौल को बेहद दिलचस्प बना दिया है।

तेज प्रताप तेजस्वी आमने-सामने 

दरअसल, रविवार को तेजस्वी यादव ने महुआ में राजद प्रत्याशी के लिए चुनावी सभा की। जहां उन्होंने तेज प्रताप यादव को लेकर बड़ा बयान भी दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी से बढ़कर कुछ नहीं है। तेजस्वी ने जनता से अपील किया कि वो सभी राजद के उम्मीदवार को वोट करें लालटेन पर वोट करें भ्रमित ना हो। वहीं अब तेज प्रताप यादव ने भी तेजस्वी यादव पर पलटवार किया है। तेजप्रताप ने तेजस्वी के खिलाफ राघोपुर में दो स्थानों पर हेलीकॉप्टर उतारने का ऐलान किया। 

राघोपुर में हेलीकॉप्टर से चुनाव प्रचार करेंगे तेजस्वी 

तेज प्रताप ने अपने छोटे भाई के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि अब जनता तय करेगी कि सही कौन है और गलत कौन। उन्होंने अपने बयानों से न सिर्फ तेजस्वी बल्कि पूरे महागठबंधन पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी तंज कसा है। तेज प्रताप ने तेजस्वी के खिलाफ चुनाव प्रचार करने का ऐलान करते हुए कहा कि, "वो (तेजस्वी यादव) कल महुआ गए थे, और वहाँ स्थानीय विधायक ने लोगों पर लाठीचार्ज किया। वो सामाजिक न्याय की बात करते हैं, लेकिन महुआ में तो ग़रीबों को पीट रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मेरा कार्यक्रम राघोपुर में है, और सिर्फ़ एक नहीं, मेरा हेलीकॉप्टर राघोपुर में दो जगहों पर उतरेगा।"

राहुल गांधी पर भड़के तेज प्रताप यादव 

राहुल गांधी पर तंज कसते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि, "राहुल गांधी का काम मोटरसाइकिल चलाना और प्रदूषण फैलाना है। वो पूरी ज़िंदगी मछली पकड़ते रहेंगे। देश अंधकार में डूब जाएगा... 'जलेबी पकाना, मछली पकड़ना, उनको तो रसोईया होना चाहिए था'। वो नेता क्यों बने थे?...।" राघोपुर और महुआ में दोनों भाई एक दूसरे के खिलाफ हुंकार भर रहे हैं। ऐसे में बिहार की सियासत में ‘भाई बनाम भाई’की यह लड़ाई अब चुनावी समर में सबसे बड़ा आकर्षण बन चुकी है। अब देखना होगा कि कौन बाजी मारता है।