Bihar vidhansabha chunav 2025 - तेजस्वी की राजद और ओवैसी की AIMIM में होगा गठबंधन! प्रदेश अध्यक्ष ने सब कर दिया साफ

Bihar vidhansabha chunav 2025 - बिहार चुनाव में राजद और AIMIM एक साथ नजर आ सकते है। औवेसी की पार्टी ने गठबंधन के लिए राजद को प्रस्ताव दिया है। जिसमें फैसला तेजस्वी पर छोड़ दिया गया है

Bihar vidhansabha chunav 2025 - तेजस्वी की राजद और ओवैसी की
राजद और aimim में होगा गठबंधन- फोटो : देबांशु प्रभात

Patna - आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां अपनी रणनीति बनाने में जुटी है। जहां एनडीए में लगातार इस बात को लेकर चर्चा है कि चिराग पासवान खुद विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन में बड़ा गठजोड़ होने की नींव रख दी गई है। चर्चा है कि ओवैसी की पार्टी AIMIM भी महागठबंधन का हिस्सा बन सकती है। इसकी पुष्टि खुद AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने न्यूज4नेशन के साथ बातचीत में की है। उन्होंने कहा कि हमने पार्टी के कुछ सांसदों के जरिए आलाकमान को प्रस्ताव भेजा है। अब फैसला उन्हें करना है कि वह इसके लिए तैयार हैं या नहीं

अख्तरूल इमान ने बतायी वजह

महागठबंधन के साथ गठजोड़ करने की वजहों को लेकर अख्तरुल इमान ने कहा कि बिहार का नुकसान जिस तरह से नीतीश कुमार ने कर दिया है। सौहार्द की जगह नफरत ने ली है। आज तक पलायन नहीं रोक पाए हैं। शराबबंदी के नाम पर ठगी की जा रही है। एजुकेशन को चौपट कर दिया है। दलित और मुसलमानों को नौकरी से वंचित रखा जा रहा है। ऐसे वक्त में इस सरकार को गद्दी को उखाड़ फेंकना जरुरी है।

हमलोगों की कोशिश है कि ऐसी सरकार के खिलाफ सेकुलर वोटों के बिखराव को रोका जाए। इस दौरान उन्होंने अपने विधायकों के राजद में शामिल होने का दर्द भी बयां किया। कहा हम राजद से घायल हैं, फिर भी हमने उन्हें गठबंधन का प्रस्ताव दिया है। अब फैसला उन्हें करना है।

25 जिलों में हमारी तैयारी

महागठबंधन में AIMIM कितनी सीटों पर पार्टी अपनी दावेदारी करेगी, इसको लेकर अख्तरूल इमान ने बताया कि इस पर फैसला पार्टी अध्यक्ष लेंगे। लेकिन अगर गठबंधन नहीं होता है तो 25 जिलों में हमारी पार्टी की तैयारी पूरी है। कम से कम सौ सीटो पर हम चुनाव में उतरेंगे।

गठबंधन होने का फायदा

अगर AIMIM और राजद के बीच गठबंधन होता है तो इसका फायदा यह होगा कि मुसलमान वोट पूरी तरह से महागठबंधन के पक्ष में होगा। जहां पहले से मुसलमान राजद के साथ खड़े रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ AIMIM का भी बड़ा वोट बैंक है। गठबंधन से यह वोट बिखरने से बच जाएंगे।

रिपोर्ट - देबांशु प्रभात