Dharmendra Death: धर्मेंद्र हिंदू थे या मुस्लिम? जानें हेमा मालिनी से शादी के बाद धर्म परिवर्तन से जुड़ी सच्चाई
Dharmendra Death: धर्मेंद्र के निधन के बाद उनके धर्म को लेकर चर्चा तेज है। क्या उन्होंने हेमा मालिनी से शादी के लिए इस्लाम कबूल किया था या वे जीवनभर हिंदू रहे? उनके खुद के बयानों और तथ्यों के आधार पर पढ़ें पूरी सच्चाई।
Dharmendra Death: बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र के 89 वर्ष की उम्र में निधन के बाद एक पुराना सवाल फिर से चर्चा में लौट आया है—क्या उन्होंने हेमा मालिनी से शादी करने के लिए इस्लाम धर्म अपनाया था? यह बहस नई नहीं है, बल्कि कई दशक से उनके निजी जीवन के सबसे विवादित हिस्सों में से एक रही है।धर्मेंद्र की दो शादियां थीं—पहली पत्नी प्रकाश कौर और दूसरी पत्नी हेमा मालिनी।इन्हीं दोनों विवाहों के बीच पैदा हुई परिस्थितियों ने धर्म परिवर्तन की अफवाहों को जन्म दिया था।
धर्मेंद्र–हे मा की मोहब्बत जहां से विवाद शुरू हुआ
सत्तर के दशक में शुरू हुई उनकी और हेमा मालिनी की दोस्ती धीरे-धीरे मजबूत रिश्ते में बदल गई।फिल्म ‘शोले’ के समय यह जान-पहचान और गहरी हो गई।हेमा ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि धर्मेंद्र अत्यंत संवेदनशील और देखभाल करने वाले इंसान थे और इसी गुण के कारण वे उनके करीब आ गईं, लेकिन उनके मन में एक झिझक हमेशा रही—धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे और चार बच्चों के पिता भी। हेमा की मां इस रिश्ते के लिए कभी तैयार नहीं थीं। वे चाहती थीं कि बेटी ऐसे किसी अविवाहित और स्थिर कलाकार से शादी करे जैसे गिरीश कर्नाड, जितेंद्र या संजीव कुमार, लेकिन धर्मेंद्र के समर्पण ने अंततः हेमा को उनके साथ जीवन बिताने के फैसले तक पहुँचा दिया। यहीं से यह विवाद जन्म लेता है कि आखिर उन्होंने दोबारा शादी करने का रास्ता कैसे चुना।
क्या धर्मेंद्र ने इस्लाम अपनाया था? मीडिया रिपोर्टें और सच
धर्मेंद्र और हेमा की शादी के समय कुछ पुरानी फिल्मी पत्रिकाओं और मीडिया रिपोर्टों ने यह दावा किया कि दोनों ने निकाह किया था। इन रिपोर्टों में यहां तक लिखा गया कि धर्मेंद्र ने “दिलावर खान” नाम और हेमा ने “आयशा” नाम अपनाया, ताकि हिंदू मैरिज एक्ट की बाधा से बचा जा सके, क्योंकि बिना तलाक दूसरी शादी संभव नहीं थी। कई वर्षों तक कुछ कथित दस्तावेज़ों और फोटोस्टेट कॉपियों को इसका प्रमाण बताते हुए सोशल मीडिया पर फैलाया भी गया।
धर्मेंद्र का बयान—मैंने इस्लाम नहीं अपनाया
राजनीतिक प्रचार के दौरान और बाद के कई इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने साफ कहा कि वे न तो मुसलमान बने और न ही किसी धर्मांतरण की प्रक्रिया में शामिल हुए। उन्होंने खुद कहा कि वे आर्य समाजी परिवार में जन्मे और जीवनभर उसी संप्रदाय से जुड़े रहे।धर्मेंद्र का यह बयान सार्वजनिक रिकॉर्ड का हिस्सा है, जिसे उन्होंने कई बार दोहराया भी।