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जानें कौन है 'चले तो कट ही जाएगा सफर' की असली आवाज के पीछे की महिला, जिसने पाकिस्तान की सिल्वर स्क्रीन पर किया था राज

'चले तो कट ही जाएगा सफर' गाने की असली आवाज मसर्रत नजीर हैं, जो पाकिस्तान की मशहूर सिंगर और एक्ट्रेस रही हैं। जानिए उनके फिल्मी करियर, म्यूजिक सफर और निजी जिंदगी के बारे में।

जानें कौन है 'चले तो कट ही जाएगा सफर' की असली आवाज के पीछे की महिला, जिसने पाकिस्तान की सिल्वर स्क्रीन पर किया था राज
पाकिस्तानी म्यूजिक- फोटो : social media

Musarrat nazir: आजकल सोशल मीडिया पर 'चले तो कट ही जाएगा सफर' गाने का रीमेक काफी पॉपुलर हो रहा है। इस पर लोग ढेरों इंस्टा रील्स बना रहे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस गाने की असली आवाज पाकिस्तान की मशहूर सिंगर और एक्ट्रेस मसर्रत नजीर की है? मसर्रत नजीर ने 50 और 60 के दशक में पाकिस्तानी म्यूजिक और फिल्म इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया था। आइए जानते हैं मसर्रत नजीर के जीवन की दिलचस्प कहानी और उनके करियर के बारे में।

मसर्रत नजीर: बचपन और डॉक्टर बनने का सपना

मसर्रत नजीर का जन्म लाहौर में कश्मीरी मूल के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता ख्वाजा नजीर अहमद एक कॉन्ट्रैक्टर थे और माता-पिता चाहते थे कि मसर्रत डॉक्टर बनें। उन्होंने अपनी बेटी की पढ़ाई में काफी ध्यान दिया, और मसर्रत ने भी 10वीं और 12वीं की परीक्षा डिस्टिंक्शन के साथ पास की। हालांकि, उनका झुकाव म्यूजिक की ओर था, और यहीं से उनकी म्यूजिक और फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री हुई।

म्यूजिक और फिल्मों की दुनिया में कदम

मसर्रत नजीर ने डॉक्टर बनने के बजाय म्यूजिक में अपना करियर बनाने का फैसला किया। उन्होंने 1950 के दशक में रेडियो पाकिस्तान में गाना शुरू किया, लेकिन रेडियो में इतनी कमाई नहीं हो रही थी कि वह अपना गुजारा कर सकें। इसी दौरान उनकी मुलाकात डायरेक्टर अनवर कमल पाशा से हुई, जिन्होंने उन्हें एक्ट्रेस बनने की सलाह दी। अनवर कमल पाशा के सुझाव पर मसर्रत ने अपना नाम बदलकर चांदनी रख लिया और एक्टिंग में कदम रखा।

फिल्मों में अभिनय और म्यूजिक करियर

मसर्रत नजीर ने पंजाबी और उर्दू फिल्मों में एक के बाद एक हिट फिल्में दीं। उन्होंने न सिर्फ एक्टिंग में नाम कमाया, बल्कि अपनी आवाज से भी लोगों को दीवाना बना दिया। 'चले तो कट ही जाएगा सफर' जैसे गाने आज भी उनकी पहचान बने हुए हैं। मसर्रत ने एक्टिंग और सिंगिंग दोनों ही क्षेत्रों में अपनी एक अलग पहचान बनाई, और उन्हें 'सिल्वर स्क्रीन की स्पार्कलिंग स्टार' के नाम से भी जाना जाता था।

करियर के पीक पर छोड़ी एक्टिंग, कनाडा में बसीं

जब मसर्रत नजीर का करियर अपने शिखर पर था, उन्होंने अपने पति अरशद मजीद के कहने पर एक्टिंग को अलविदा कह दिया। मसर्रत और उनके पति कनाडा में बस गए, जहां उन्होंने अपनी नई जिंदगी की शुरुआत की। मसर्रत का करियर बहुत अच्छा चल रहा था, लेकिन पति के साथ परिवार को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने इंडस्ट्री छोड़ दी।

लाहौर में अस्पताल खोलने का अधूरा सपना

1970 के दशक में मसर्रत और उनके पति वापस पाकिस्तान लौटना चाहते थे और लाहौर में एक अस्पताल खोलने का सपना देख रहे थे। उन्होंने इसके लिए खूब पैसा लगाया और जमीन भी खरीदी, लेकिन किन्हीं कारणों से यह सपना अधूरा रह गया। उन्होंने बाद में अस्पताल का विचार छोड़ दिया और फिर से कनाडा लौट गए।

रिटायरमेंट और परिवार के साथ जीवन

मसर्रत नजीर ने 1988 में एक्टिंग और सिंगिंग से रिटायरमेंट ले लिया। आज वह अपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन बिता रही हैं और दादी-नानी बन चुकी हैं। हालांकि, वह पाकिस्तानी टीवी शोज के लिए अभी भी गाती हैं और अपने प्रशंसकों को अपने संगीत से आनंदित करती हैं।

मसर्रत नजीर अद्भुत गायिका

मसर्रत नजीर न केवल एक अद्भुत गायिका थीं, बल्कि उन्होंने अपनी एक्टिंग से भी लोगों का दिल जीता। 'चले तो कट ही जाएगा सफर' गाने ने उन्हें एक नई पहचान दी, जो आज भी लोकप्रिय है। अपने करियर के पीक पर होने के बावजूद, उन्होंने परिवार को प्राथमिकता दी और इंडस्ट्री छोड़ दी। मसर्रत नजीर की कहानी एक प्रेरणादायक जीवन यात्रा है, जो म्यूजिक और एक्टिंग की दुनिया में उनके योगदान को अमर बनाती है।

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