shatrughan sinha: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर और टीएमसी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने हाल ही में नॉन-वेजेटेरियन फूड पर बैन की मांग कर दी है। संसद के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बीफ पर पहले से लगे बैन को अब सभी प्रकार के नॉन-वेजेटेरियन फूड पर लागू कर देना चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) लागू करने को लेकर भी अपना समर्थन व्यक्त किया है।
नॉन-वेज फूड पर बैन की मांग
शत्रुघ्न सिन्हा का मानना है कि बीफ पर लगाए गए बैन को अन्य नॉन-वेज फूड पर भी लागू किया जाना चाहिए।उन्होंने कहा:"देश के कई हिस्सों में बीफ पर बैन लगा दिया गया है। मुझे लगता है कि न सिर्फ बीफ, बल्कि सामान्य तौर पर नॉन-वेज खाने पर भी बैन लगना चाहिए। हालांकि, कुछ जगहों पर, खासकर नॉर्थ-ईस्ट में, बीफ खाना कानूनी है। लेकिन हमारे नॉर्थ इंडिया में अगर बीफ खाओ, तो समाज इसे स्वीकार नहीं करता।"सिन्हा का यह बयान न केवल व्यक्तिगत राय है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक और राजनीतिक बहस का मुद्दा बन सकता है, क्योंकि भारत में भोजन की आदतें विविधतापूर्ण हैं और अलग-अलग क्षेत्रों में इसका सांस्कृतिक महत्व भी है।
यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) पर शत्रुघ्न सिन्हा का समर्थन
शत्रुघ्न सिन्हा ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लेकर भी अपना समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने उत्तराखंड में यूसीसी लागू किए जाने की तारीफ की और देशभर में इसे लागू करने की मांग की।उन्होंने कहा:"उत्तराखंड में यूसीसी का लागू होना काबिल-ए-तारीफ है। मुझे यकीन है कि यूसीसी पूरे देश में लागू होना चाहिए और हर कोई मुझसे सहमत होगा। हालांकि, इसमें कई बारीकियां और खामियां हैं, इसलिए इसके मसौदे को तैयार करने से पहले एक सर्वदलीय बैठक होनी चाहिए, जिसमें सभी पक्षों की राय ली जाए।"यूसीसी का समर्थन करना एक संवेदनशील मुद्दा है, क्योंकि यह धार्मिक और सांस्कृतिक विविधताओं से जुड़े कानूनों को एकसमान बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सैफ अली खान पर हुए हमले पर प्रतिक्रिया
इसके अलावा, शत्रुघ्न सिन्हा ने सैफ अली खान पर हुए हमले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा:"हमारे डियर सैफ अली खान पर हुआ हमला दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। शुक्र है कि वो ठीक हो रहे हैं। उनके परिवार को शुभकामनाएं। प्लीज ब्लेम गेम न खेलें, पुलिस अपना काम कर रही है।"सिन्हा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के काम की सराहना की और इस मामले को जल्द सुलझाने की उम्मीद जताई।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
शत्रुघ्न सिन्हा के इन बयानों का राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव गहरा हो सकता है।नॉन-वेज फूड पर बैन की मांग देश के विभिन्न हिस्सों में विवाद पैदा कर सकती है, क्योंकि खाने की आदतें क्षेत्रीय और सांस्कृतिक पहचान से जुड़ी होती हैं।यूसीसी का समर्थन संवेदनशील मुद्दा है, और इसे लेकर कई राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों की अलग-अलग राय हो सकती है।हालांकि, शत्रुघ्न सिन्हा का यह बयान सामाजिक एकता और समान कानून व्यवस्था के पक्ष में है, जिससे उन्हें व्यापक समर्थन मिल सकता है।
नॉन-वेज फूड पर बैन
शत्रुघ्न सिन्हा का नॉन-वेज फूड पर बैन और यूनिफॉर्म सिविल कोड के समर्थन में दिया गया बयान भारतीय राजनीति में एक नई बहस छेड़ सकता है। नॉन-वेज फूड पर बैन की मांग और यूसीसी का समर्थन दोनों ही सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिनका प्रभाव आने वाले समय में देखा जा सकता है।