औरंगाबाद की धरती ने एक बार फिर एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी को जन्म दिया है। जिले के कामा बिगहा निवासी सत्येंद्र यादव की पुत्री दीपा कुमारी का बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की अंडर-19 टीम में चयन हुआ है। मात्र 14 वर्ष की उम्र में यह उपलब्धि हासिल कर दीपा ने अपने परिवार और पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
दीपा के पिता एक किसान हैं और परिवार का गुजारा एक छोटे से मेडिकल स्टोर से होता है। ऐसे माहौल में भी दीपा ने क्रिकेट में अपना करियर बनाने का सपना देखा और लगातार मेहनत करती रही। परिवार ने भी उसकी इस प्रतिभा को पहचाना और उसे हर संभव सहयोग दिया। एक लड़की होने के नाते दीपा को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। समाज में कई बार लड़कियों के खेल को लेकर रूढ़िवादी सोच होती है, लेकिन दीपा ने इन सबको दरकिनार करते हुए अपनी मेहनत जारी रखी। धीरे-धीरे उसकी सफलता ने लोगों को उसकी प्रतिभा का लोहा मानने पर मजबूर कर दिया।
दीपा ने पढ़ाई और खेल दोनों को साथ-साथ लेकर चलने में सफलता पाई। उसने समय का बेहतर प्रबंधन किया और दोनों क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया। दीपा के चयन की खबर सुनकर उसके घर में खुशी का माहौल है। रिश्तेदार, दोस्त और पड़ोसी उसके घर बधाई देने पहुंच रहे हैं। उसके मामा अभिमन्यु कुमार यादव सहित कई लोगों ने दीपा की इस सफलता पर खुशी जताई है।
दीपा कुमारी की कहानी उन सभी लड़कियों के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही हैं। दीपा ने साबित कर दिया है कि अगर आप मेहनत और लगन से कुछ करना चाहते हैं तो आप किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं।