बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

BIHAR NEWS : औरंगाबाद में सरपंच संघ ने फर्जी एफआईआर दर्ज करने के खिलाफ थानाध्यक्ष का फूंका पुतला, तत्काल प्रभाव से की सस्पेंड करने की मांग

फर्जी एफआईआर करने पर फूटा गुस्सा

AURANGABAD : औरंगाबाद के कुटुंबा प्रखंड अंतर्गत बैरांव ग्राम कचहरी के सरपंच संतोष कुमार सिंह के विरुद्ध हुई फर्जी मुकदमा के विरोध में सरपंच संघ कुटुंबा प्रखंड  इकाई के द्वारा मंगलवार को अंबा में सिमरा थानाध्यक्ष का पुतला फूंका गया। संघ के महासचिव प्रदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में आयोजित पुतला दहन कार्यक्रम में विभिन्न ग्राम कचहरी के सरपंच के अलावा भारी संख्या में आम लोग शामिल हुए। 

सतबहीनी मंदिर के समीप से पैदल मार्च करते हुए लोग अंबा मुख्य चौक पर पहुंचे और  सिमरा थानाध्यक्ष ललित कुमार का पुतला फूंका। इस दौरान थानाध्यक्ष के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने थानाध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने का मांग किया है। कहा है कि कई मामलों में थाना में आवेदन लंबित रखा जाता है। लेकिन सरपंच के विरुद्ध आवेदन मिलने पर थानाध्यक्ष ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर बिना जांच पड़ताल किए ही एफआईआर दर्ज कर दिया। 

रिसियप ग्राम कचहरी के सरपंच प्रतिनिधि रशीद आलम ने कहा कि सरपंच एक न्यायिक पद है। सरपंच द्वारा ग्राम स्तर पर मामलों का निष्पादन किया जाता है। लोगों को न्याय दिलाने के साथ साथ सरपंच प्रशासन का भी सहयोग करते हैं। लेकिन पक्ष में फैसला न देने पर सरपंचो के विरुद्ध साजिश की जाती है। अगर न्याय नहीं मिला तो संघ द्वारा चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। बैरांव पंचायत से पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि ढ़िबरा गांव के एक मामले में कुछ लोगों के द्वारा निजी जमीन में रास्ते की मांग की जा रही थी।

कहा की सरपंच द्वारा उचित फैसला किए जाने के बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने थानाध्यक्ष से मिलकर सरपंच को छेड़खानी के झूठे आरोप में फंसा दिया। इसमें थानाध्यक्ष की भी संलिप्तता है। प्रदर्शन कर रहें लोगों ने मामले की निष्पक्ष जांच कर थानध्यक्ष को हटाने की मांग किया है। इस मौके पर प्रदीप कुमार सिंह सरपंच जगदीशपुर, रमेश मालाकार सरपंच संडा, सतरंजन सिंह सरपंच पिपरा बगाही, और सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे। 

औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट

Editor's Picks