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Bihar Highway: बांका-मुंगेर को मिलेगा नया स्टेट हाइवे, 650 करोड़ से झारखंड और बंगाल से दूरी होगी कम

Bihar Highway: बांका-मुंगेर को मिलेगा नया स्टेट हाइवे, 650 करोड़ से झारखंड और बंगाल से दूरी होगी कम

बिहार में धौरैया-इंग्लिश मोड़-असरगंज स्टेट हाइवे का निर्माण एक महत्वपूर्ण परियोजना के रूप में सामने आ रहा है, जिसकी कुल लंबाई 58.473 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण पर 65050.98 लाख रुपये की अनुमानित लागत आएगी। यह सड़क बांका और मुंगेर जिलों को न केवल राज्य की राजधानी पटना से जोड़ेगी, बल्कि झारखंड और पश्चिम बंगाल तक कम दूरी में सीधा संपर्क भी प्रदान करेगी। इस स्टेट हाइवे का निर्माण कार्य जनवरी 2025 में शुरू होने की संभावना है, और इसका पूरा होना वर्ष 2026 तक निर्धारित है। 


इस नई स्टेट हाइवे के बनने से न केवल बांका और मुंगेर जिलों के लोगों को सुविधा मिलेगी, बल्कि बिहार के पड़ोसी राज्यों झारखंड और पश्चिम बंगाल के साथ बेहतर सड़क संपर्क भी स्थापित होगा। इसके परिणामस्वरूप आर्थिक और सामाजिक विकास की गति तेज होगी। यह सड़क व्यापार और उद्योग को भी बढ़ावा देगी, जिससे स्थानीय और राज्यस्तरीय रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। हालांकि इस परियोजना में बाइपास और रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) के निर्माण के लिए कुछ क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता होगी। राज्य सरकार और संबंधित अधिकारियों द्वारा भू-अर्जन की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं ताकि निर्माण कार्य समय पर शुरू हो सके। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में स्थानीय किसानों और निवासियों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है ताकि उनकी आपत्तियों का समाधान किया जा सके।


स्टेट हाइवे का निर्माण जनवरी 2025 से शुरू होने की उम्मीद है, और इसे पूरी तरह से वर्ष 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस परियोजना के तहत सड़क के विभिन्न हिस्सों में बाइपास और आरओबी का भी निर्माण किया जाएगा, जिससे आवागमन और भी सुगम हो सकेगा। सड़क निर्माण के दौरान सड़क सुरक्षा के नियमों का भी कड़ाई से पालन किया जाएगा, ताकि निर्माण के दौरान कोई दुर्घटना न हो।


इस स्टेट हाइवे से न केवल बांका और मुंगेर जिलों के लोगों को राज्य की राजधानी और अन्य पड़ोसी राज्यों तक आसान पहुंच प्राप्त होगी, बल्कि स्थानीय पर्यटन स्थलों का भी विकास होगा। इससे पटना, झारखंड और पश्चिम बंगाल से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि होगी, जिससे इन जिलों की अर्थव्यवस्था को और बल मिलेगा

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