Bihar News: बिहार के सरकारी स्कूलों में दुर्गापुजा के अवकाश कटौती का मामला गहराता जा रहा है। सूबे के हजारों सरकारी विद्यालयों में वहां कार्यरत शिक्षकों ने माता दुर्गा की पूजा-अर्चना कर अवकाश कटौती पर नाराजगी जताई है। विदित हो कि पिछले साल से दुर्गापुजा के अवकाश में भारी कटौती करते हुए उसे महज तीन दिन तक सीमित कर दिया गया है। जबकि अबतक सूबे के सरकारी विद्यालयों में कलश स्थापन से विजयादशमी तक लगभग दस दिनों का अवकाश हुआ करता था ।
वहीं जिले के शिक्षकों ने इसे अनुचित और अव्यावहारिक कदम करार दिया है। टीईटी, एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के आह्वान पर जिले के प्रखंडों के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों ने विद्यालय परिसर में माता दुर्गा की पुजा अर्चना कर श्रीदुर्गासप्तशती का पाठ किया और सरकार के सद्बुद्धि की कामना की।
इस बाबत जानकारी देते हुए संगठन के जिला अध्यक्ष मुकेश कुमार मिश्र और जिला महासचिव ज्ञानप्रकाश ने बताया कि सरकार अविलंब अवकाश कटौती वापस ले और अवकाश अवधि को सामंजित करते हुए कलश स्थापना से लेकर विजयादशमी तक अवकाश की घोषणा करे । 60 दिनों के गजेटेड छुट्टी में कटौती कर शिक्षकों को प्रताड़ित किया जा रहा है ।
ग्रीष्मावकाश में शिक्षकों को अवकाश के दिन भी उपस्थित रखा गया। बावजूद उनके अवकाश को सामंजित नहीं किया। अवकाश में मनमाना कटौती कहीं से लोकतांत्रिक कदम नहीं है। सरकार के शिक्षक व श्रमिक विरोधी कदमों के खिलाफ शिक्षक का लोकतांत्रिक प्रतिवाद जारी रहेगा। वहीं शिक्षकों ने हनुमान जी के मंदिर में जाकर भी पूजा-अर्चना कर भगवान से बिहार सरकार को सद्बुद्धि देने की कामना की।