Bihar Land Survey: बिहार में जमीन सर्वे का काम तेजी से जारी है। सरकार की ओर से सर्वे को लेकर आए दिन नए- नए अपडेट जारी किए जाते हैं। इसी कड़ी में सरकार की ओर से एक और डेटा जारी किया गया है। इस डेटा के जरिए बिहार के सभी जिलों का एक लिस्ट तैयार किया गया है। इस लिस्ट में स्वघोषणा पत्र जमा करने के मामले में जिलों को पहले दूसरे और तीसरे स्थान पर रखा गया है।
जारी डेटा के अनुसार भू मालिकों के द्वारा स्वघोषणा पत्र जारी करने के मामले में रोहतास जिला पहले नंबर पर है तो वहीं दूसरे नंबर पर गया जिला है। वहीं इस मामले में भोजपुर जिला सबसे आखिरी में है। रोहतास जिले में अब तक 3 लाख 93 हजार 783 स्वघोषणा के लिए प्रपत्र-2 भू मालिकों ने जमा किया है तो वहीं गया जिले में 95 हजार 970 प्रपत्र-2 स्वघोषणा मिले हैं। ये दस्तावेज ऑनलाइन और ऑफलाइन मिले हैं। वहीं भोजपुर की बात करें तो भोजपुर सबसे पीछे यानी 38वें स्थान पर है।
भोजपुर में ऑनलाइन ऑफलाइन मिलकर मात्र 33 हजार 355 स्वघोषणा रैयतों के द्वारा जमा किए गए हैं। वहीं पूर्वी चंपारण नीचे से दूसरे स्थान पर है। यहां सिर्फ 34 हजार 594 स्वघोषणा प्राप्त हुए हैं। बता दें कि इसकी जानकारी भू अभिलेख और परिमाप निदेशक जे प्रियदर्शिनी ने दी है। उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से बंदोबस्त पदाधिकारियों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक के बाद इस जानकारी को साझा की है। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वो रैयतों से स्वघोषणा पत्र जमा करने के लिए जागरुक करें।
जानकारी मुताबिक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से प्राप्त स्वघोषणा की संख्या 37 लाख 98 हजार 514 है। इनमें से दो लाख 49 हजार 847 आवेदन ऑफलाइन माध्यम से शिविरों में प्राप्त हुए हैं जिन्हें ऑनलाइन किया जाना है। अबतक कुल 15 लाख 55 हजार 293 रैयतों ने अपने कागजातों को ऑनलाइन अपलोड किया है जबकि 19 लाख 93 हजार 374 आवेदन सर्वे शिविरों में ऑफलाइन मोड में प्राप्त हुए हैं। लेकिन सर्वे कर्मियों ने उन्हें वेबसाइट पर अपलोड कर ऑनलाइन कर दिया है।
इस बैठक में सभी 38 जिलों के 543 अंचलों के सभी गांवों में ग्राम सभा की स्थिति की समीक्षा की गई। मिली जानकारी अनुसार राज्य के 42445 मौजों में सर्वे हो रहा है जिसमें 42287 मौजों में ग्राम सभा की गई है। जबकि निदेशालय की वेबसाइट पर केवल 39822 मौजों की जानकारी अपलोड की गई है वहीं बाकी मौजों को भी वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश निदेशक ने दिया है। साथ ही निदेशक ने अंचलों में खतियान लेखन का काम पूरा करने का भी आदेश दिया है। जानकारी अनुसार 9889 गांवों में खतियान लिखने का काम पूरा हो गया है वहीं 24739 मौजों में अब भी बाकी है। जिसको जल्द पूरा करने का आदेश दिया गया है।