BUXER : बिहार के बक्सर जिले में एक गधे की मौत ने पूरे प्रखंड में विद्युत आपूर्ति को बाधित कर दिया. यह घटना केसठ प्रखंड के रामपुर गांव में हुई, जहां एक गधा बिजली के खंभे से सटकर करंट लगने से मर गया.इस घटना के बाद, मृतक गधे के मालिक ददन रजक और अन्य ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर चकौड़ा पावर ग्रिड पर धरना दिया. धरने के कारण पूरे प्रखंड में करीब ढाई घंटे तक बिजली की आपूर्ति ठप रही.गधे की मौत को लेकर पुलिस ने 55 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.मुकदमादर्ज होने के बाद ग्रामीणों ने बैठक कर यह केस लड़ने का निर्णय लिया.
कथित तौर पर गांव के ददन रजक नाम के शख्स के पास 4 गधे थे. ददन इनका उपयोग ईंट भट्ठे में ईंट आदि सामान ढोने के लिए करता है. इसी दौरान 11 सितंबर को यहां तेज बारिश हुई थी. जिसके कारण गांव के एक बिजली पोल के पास पानी का जमाव हो गया था. जिसके कारण पोल में करंट आ रहा थ.। वहीं इसी दौरान वो गधों को लेकर घर जा रहा था तो चारों गधे पोल से टच कर गए. जिसमें तीन गधों को तो बचा लिया, लेकिन एक गधे की मौत हो गई.
वहीं गधे की करंट से मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीण चकौड़ा पावर ग्रिड जाकर मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए और मुआवजे की मांग करने लगे. अधिकारियों को बुलाने की मांग पर रात के 9 बजे तक हंगामा होता रहा. आरोप है कि इस दौरान करीब ढाई घंटे तक पावर सप्लाई पूरे प्रखंड की बाधित रही. मौके पर पहुंचे डुमरांव अनुमंडल के बिजली विभाग के एसडीओ राकेश कुमार दुबे ने लोगों से उन्होंने बातचीत की, जिसके बाद पावर सप्लाई तो शुरू हो गया, लेकिन विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ.
विद्युत विभाग के सहायक अभियंता ने ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दी. बिजली विभाग ने पांच नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर वासुदेवा ओपी थाने में दर्ज मुकदमे में आरोप लगाया है कि रामपुर गांव के लोगों के चलते करीब ढाई घंटे बिजली बाधित रही.
विद्युत विभाग का कहना है कि ढाई घंटे बिजली बाधित रहने के कारण साउथ बिहार बिजली कंपनी को 1,46,429 का घाटा हुआ है. एफआईआर में रामपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विकास चंद्र पांडेय और सरपंच विष्णु देव पासवान के अलावा बीडीसी मंजू कुमारी और आलमगीर के अलावा आफताब को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
एसपी शुभम आर्य ने बताया कि ग्रामीणों पर आरोप है कि पावर सप्लाई को बंद करने के लिए मशीन बंद कर दिया गया था. ग्रामीणों ने कानून हाथ में लिया था,इसके कारण लोगों को भी परेशानी हुई है. ग्रामीणों की तरफ से एक सनहा दिया गया था, जबकि विद्युत विभाग के अधिकारी की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया हैै. अब जांच चल रही है जो नियमानुकूल होगा किया जाएगा.
बहरहाल घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे प्रखंड की विद्युत व्यवस्था पर प्रभाव पड़ा. एक छोटी सी घटना ने बहुत बड़ी समस्याएं पैदा कर दी.