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NAVRATRI PUJA: पटना का रहस्मयी ‘अगम कुआं’ जिसकी गहराई में 99 लाशें होने की है कहानी, चमत्कारों से भरा है शीतला माता मंदिर !

NAVRATRI PUJA:  पटना का रहस्मयी ‘अगम कुआं’ जिसकी गहराई में 99 लाशें होने की है कहानी, चमत्कारों से भरा है शीतला माता मंदिर !

NAVRATRI PUJA:  पटना के अगमकुआं स्थित अशोक कालीन शीतला माता मंदिर उपासना का प्राचीन केंद्र है। पटना का दशहरा देखने दूरदराज से आने वाले लोग शीतला मंदिर आना नहीं भूलते। मंदिर परिसर में माता शीतला की प्रतिमा व नवदुर्गा का पिंड स्थापित है। शारदीय नवरात्र के दौरान प्राकृतक फूलों से माता का शृंगार किया जाता है। महाअष्टमी को षोडसोपचार विधि से मां का स्नान, शृंगार व महाभोग के बाद विशेष आरती होती है। 

सत्ता के लिए 99 भाइयों की हत्या कर कुएं में फेंका शव

यहां मन्नत मांगने वाले श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रहती है। परिसर में ही पुरातात्विक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण एक कुआं है, जिसके संबंध में कई कथाएं प्रचलित है। लोगों का कहना है कि कुएं के जल से मालिश करने पर चर्म रोगों से मुक्ति मिल जाती है। कहते हैं कि कुएं के अंदर एक कुआं है, जो समुद्र तल से मिला है। सम्राट अशोक ने सत्ता हासिल करने के लिए अपने 99 भाइयों की हत्या कर इसी कुएं में फेंका था।

अंग्रेजों ने चाहा पुरातात्विक रहस्यों को जानना

बाद के दिनों में अंग्रेजों ने भी कुएं की उड़ाही कराकर इसके पुरातात्विक रहस्यों को जानना चाहा, लेकिन इसे माता की कृपा ही कहा जाए कि अंग्रेजों के लाव लश्कर उड़ाही करने में विफल रहे। मान्यता है कि शीलता माता मंदिर परिसर स्थित कुआं अगम अर्थात पाताल से जुड़ा है। इसलिए इसका नाम अगमकुआं पड़ा। लोगों का मानना है कि इस कुआं का जल चर्म रोग के लिए अचूक दवा का काम करता है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से कुआं की घेराबंदी कर जाल लगा दिया गया है।


61 फीट गहरा है कुआं

कुएं की गहराई लगभग 61 फीट है। उस वक्त ऐसा मानना था कि कुआं इतना गहरा था कि यह अगम यानी पाताल से जुड़ गया, इसलिए इसका नाम अगमकुआं पड़ा।

ब्रिटिश खोजकर्ता ने खोजा था कुआं

साल 1902 -03 में ब्रिटिश खोजकर्ता लौरेंस वाडेल ने इए कुएं का पता लगाया। वाडेल ने उल्लेख किया है कि करीब 750 वर्ष पूर्व जब कभी कोई मुस्लिम पदाधिकारी पटना में प्रवेश करता था, तो सबसे पहले सोने और चांदी के सिक्के इस कुएं में डालता था। ऐसा भी कहा जाता है कि जब कोई स्थानीय चोर- डकैत अपने काम में सफल होता था तो इस कुएं में कुछ द्रव्य डाल देता था।

पटना से रजनीश की रिपोर्ट

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