Bihar Tourism: बिहार के इन पर्यटन स्थलों की बदलेगी सूरत, बनेगा रोपवे और भी बहुत कुछ...

Bihar Tourism: बिहार के इन पर्यटन स्थलों की बदलेगी सूरत, बने

रोहतास और मुंडेश्वरी जैसे ऐतिहासिक स्थलों में रोपवे का काम जल्द शुरू होने जा रहा है। पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने हाल ही में घोषणा की कि वन विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद इस परियोजना पर काम तेजी से आगे बढ़ेगा। काफी समय से वन विभाग की अनुमति का इंतजार हो रहा था, जिससे इस काम में देरी हो रही थी। अब जबकि स्वीकृति मिल गई है, तो पर्यटन विकास निगम के एमडी नंदकिशोर ने जानकारी दी कि जल्द ही इस परियोजना पर कार्य शुरू हो जाएगा। रोपवे बनने से पर्यटकों को इन स्थानों तक पहुंचने में सहूलियत मिलेगी और पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।


पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बिहार में पर्यटन के क्षेत्र में किए जा रहे निवेश और योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार की नई पर्यटन नीति के तहत 18 प्रकार के कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। इस नीति के अंतर्गत, प्रदेश के विभिन्न धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। सचिव ने बताया कि इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य बिहार को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है और इसके तहत विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर स्थलों का विकास किया जा रहा है।


सचिव लोकेश कुमार सिंह ने यह भी बताया कि पर्यटन विकास के अंतर्गत गयाजी में एक बड़ी धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी लागत 120 करोड़ रुपये है। इस धर्मशाला से गयाजी आने वाले तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा मिलेगी और यहां की पर्यटन क्षमता में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, बिहार के अन्य स्थानों पर भी विभिन्न परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है।

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पर्यटन सचिव ने बताया कि बिहार के शिवहर जिले के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल देकुल धाम के विकास के लिए 11.89 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसी तरह, फुलवारी शरीफ के ऐतिहासिक खानकाह मुजीबिया के विकास पर 10.22 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जमुई जिले के गरही डैम को एक प्रमुख पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए 10.78 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इसके अलावा, औरंगाबाद जिले के देव सूर्य मंदिर के विकास के लिए 9.53 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इन सभी परियोजनाओं से न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी लाभ मिलेगा।


पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि बिहार में पर्यटन के विकास को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। रोहतासगढ़ और मुंडेश्वरी जैसे महत्वपूर्ण स्थलों पर रोपवे के निर्माण से न केवल इन ऐतिहासिक स्थानों को आसानी से पहुंचा जा सकेगा, बल्कि यह राज्य में पर्यटन की संभावनाओं को और मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बिहार को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए कई और योजनाएं भी लाई जाएंगी, जिससे निवेश को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।


पर्यटन मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार राज्य के विभिन्न हिस्सों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इन विकास योजनाओं से न केवल राज्य की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का संरक्षण होगा, बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार सृजन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बिहार में पर्यटन को नई दिशा देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।


पर्यटन मंत्री के अनुसार, इन योजनाओं से राज्य में निवेश को बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। विशेष रूप से धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थलों के विकास से न केवल स्थानीय लोगों को लाभ होगा, बल्कि राज्य की समग्र आर्थिक स्थिति को भी मजबूती मिलेगी। इन योजनाओं के तहत पर्यटन स्थलों के विकास से राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। सरकार द्वारा उठाए जा रहे ये कदम भविष्य में पर्यटन क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मील का पत्थर साबित हो सकते हैं

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