Durga Puja 2024: दिल्ली में दुर्गा पूजा का उत्सव भले ही पश्चिम बंगाल की तरह विशाल पैमाने पर न हो, लेकिन इसका जश्न मनाने का तरीका और ऊर्जा उतनी ही उत्साही और रंगीन होती है। दिल्ली में खासकर चितरंजन पार्क (सीआर पार्क), जिसे 'मिनी बंगाल' कहा जाता है, दुर्गा पूजा के उत्सवों के लिए जाना जाता है। यहां मेला ग्राउंड और काली मंदिर जैसे स्थानों पर भव्य पंडाल लगाए जाते हैं और हर साल आनंदमेला फूड फेस्टिवल के दौरान आप पारंपरिक बंगाली व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं, जैसे फुचका, घुघनी, झालमुरी, कटलेट और चाट।
दिल्ली में अन्य प्रमुख स्थानों में शामिल हैं:
कश्मीरी गेट दुर्गा पूजा – यह दिल्ली की सबसे पुरानी दुर्गा पूजा है, जिसका आयोजन 1910 से किया जा रहा है। इस पंडाल की सजावट अत्यंत सुंदर होती है और इसे बांग्ला सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा आयोजित किया जाता है।
मिंटो रोड दुर्गा पूजा – यह पंडाल अपने पारंपरिक धुनुची नाच के लिए मशहूर है। इस दौरान आप ढाकी प्रदर्शन और संगीत समारोह का आनंद ले सकते हैं, साथ ही यहां कई खाद्य स्टॉल भी होते हैं।
नई दिल्ली काली बाड़ी – मंदिर मार्ग स्थित यह काली मंदिर भी दुर्गा पूजा के दौरान श्रद्धालुओं से भरा होता है। 1931 में स्थापित यह मंदिर दिल्ली में दुर्गा पूजा का एक ऐतिहासिक केंद्र है।
मातृ मंदिर दुर्गा पूजा (सफदरजंग एन्क्लेव) – यह स्थान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए प्रसिद्ध है, जहां पारंपरिक भारतीय नृत्य और संगीत कार्यक्रम होते हैं। यहां भोग और स्थानीय भोजन स्टॉल भी होते हैं, जिससे पूजा का उत्सव और भी जीवंत हो जाता है।
दिल्ली के ये सभी स्थान उन लोगों के लिए बंगाली परंपरा का जीवंत अनुभव कराते हैं जो पश्चिम बंगाल से दूर रहते हुए भी दुर्गा पूजा की उमंग में डूबना चाहते हैं।