DESK : एक तरफ रेलवे पटरियों पर रखे जानेवाले सामानों को लेकर परेशान है, वहीं दूसरी तरफ रेलकर्मियों की ड्यूटी के दौरान लापरवाही भी कम होती नजर नहीं आ रही है। इसका एक बड़ा उदाहरण चक्रधरपुर रेल मंडल के गम्हरिया रेलवे स्टेशन के पास देखने को मिला, जब एक ही पटरी पर एक साथ चार ट्रेनें पहुंच गई। इनमें एक ट्रेन 150 किमी की स्पीड से चलनेवाली वंदे भारत भी शामिल है। वहीं दूसरी तरफ उसके सामने उसी पटरी पर पहले से ही कंटाबांजी - हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस खड़ी थी। वहीं दोनों ट्रेनों के पीछे एक मालगाड़ी थी। गनीमत यह रही रेलकर्मियों की इस बड़ी लापरवाही के बावजूद लोको पायलटों के कारण कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार बुधवार शाम को गम्हरिया रेलवे स्टेशन के पास कंटाबांजी - हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस को रेलवे ने तकरीबन एक घंटे तक रोक दिया । ट्रेन से बाहर उतरकर जब यात्रियों ने देखा तो वह हैरान रह गए। इस्पात एक्सप्रेस के ठीक सामने एक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी थी।
यात्रियों ने जब अपनी नजरें और तेज की तो देखा की इस्पात एक्सप्रेस जिस पटरी पर खड़ी है उसी पटरी पर चार ट्रेनें खड़ी थी।पहले एक मालगाड़ी, उसके पीछे यात्रियों से भरी वंदे भारत एक्सप्रेस, उसके पीछे इस्पात एक्सप्रेस और इसके बाद उसके पीछे एक और मालगाड़ी खड़ी थी।
सभी ट्रेनों के बीच महज 200 मीटर का फासला था। इसके बाद ट्रेन हादसे की आशंका से एक एक कर यात्री ट्रेनों से उतर गए और हंगामा मचाने लगे। यात्री इस बात से भी परेशान और भयभीत नजर आये की एक ही पटरी में इतनी करीब ट्रेन कैसे आ गयी।