World poorest family: मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड के सागर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक परिवार की सालाना आमदनी मात्र 2 रुपये बताई गई है। इनकम सर्टिफिकेट तहसीलदार के हस्ताक्षर से जारी हुआ था। अब यह सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सर्टिफिकेट वायरल होने के बाद लोग सोचने पर मजबूर हो गए हैं कि आखिर एक परिवार 2 रुपये की आय में कैसे जीवित रहता है और अपने खर्च कैसे चलाता है?
वायरल हुआ इनकम सर्टिफिकेट
इनकम सर्टिफिकेट बुंदेलखंड के सागर जिले के बंडा तहसील के घोघरा गांव निवासी बलराम चढ़ार के नाम पर जारी किया गया था। उसने 2024 जनवरी महीने में सर्टिफिकेट बनवाया गया था, लेकिन हाल ही में यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वायरल प्रमाण पत्र में बताया गया है कि बलराम की सालाना आय मात्र 2 रुपये है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर कई सवाल उठने लगे हैं और लोग इस पर हैरान हो रहे हैं।
पड़ताल में सामने आई सच्चाई
जब लोकल मीडिया ने इस मामले की जांच की तो पता चला कि घोघरा गांव में तिज्जू चढ़ार का परिवार रहता है। तिज्जू का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है और सभी सदस्य मजदूरी करके अपना गुजारा करते हैं। तिज्जू का सबसे छोटा बेटा बलराम कक्षा 12 में पढ़ता है और उसने स्कॉलरशिप के लिए यह आय प्रमाण पत्र बनवाया था। बलराम ने जब देखा कि उसकी स्कॉलरशिप नहीं आई, तो उसने अपने शिक्षकों से संपर्क किया। जब प्रमाण पत्र की जांच की गई, तो पता चला कि आय प्रमाण पत्र में 2 रुपये की गलती से आय लिखी गई थी, जबकि बलराम ने अपनी आय 40,000 रुपये बताई थी।
गलती पर किसी का ध्यान नहीं गया
बलराम ने बताया कि उसने यह इनकम सर्टिफिकेट सीएससी सेंटर से बनवाया था। हालांकि, गलत जानकारी भरने के बाद भी न तो कर्मचारियों ने इसे ठीक किया और न ही तहसीलदार ने हस्ताक्षर करते समय इस गलती पर ध्यान दिया। इस वजह से यह प्रमाण पत्र 2 रुपये की आय के साथ जारी कर दिया गया, जिससे अब यह गलती वायरल हो गई है। हालांकि, अब इनकम सर्टिफिकेट को रद्द कर दिया गया है और परिवार को 40,000 रुपये की आय वाला नया प्रमाण पत्र मिल चुका है।