Inspiring Story Of Cricketer Juned Khan: जुनेद खान की कहानी दृढ़ संकल्प और हौसले का बेहतरीन उदाहरण है। उत्तर प्रदेश के कन्नौज से आने वाले इस युवा तेज गेंदबाज का सफर मुश्किलों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने अपने सपनों का पीछा कभी नहीं छोड़ा। मुंबई के लिए ईरानी कप 2024 में प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण करना उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा था।
मुंबई में बेहतर अवसरों की तलाश में गए जुनेद को शुरू में कपड़ा फैक्ट्री में काम करना पड़ा और बाद में उन्होंने ऑटो-रिक्शा भी चलाया। हालांकि, किस्मत ने उनका साथ तब दिया जब उन्होंने संजीवनी क्रिकेट अकादमी में ट्रेनिंग शुरू की, जहां उनकी प्रतिभा पर कोच मनीष बंगेरा की नजर पड़ी। आर्थिक कठिनाइयों के बावजूद जुनेद ने हार नहीं मानी और क्रिकेट के प्रति अपने जुनून को जारी रखा।
जुनेद की मेहनत रंग लाई
जुनेद की मेहनत रंग लाई जब उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स में नेट गेंदबाज के रूप में शामिल होने का मौका मिला। इसके बाद बुची बाबू और केएससीए जैसे टूर्नामेंटों में उनके प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया और उन्हें ईरानी कप में मुंबई का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। जुनेद ने अपने प्रथम श्रेणी करियर की शुरुआत में ही शेष भारत के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ का महत्वपूर्ण विकेट लिया, जिससे उनका आत्मविश्वास और बढ़ा। मुंबई ने उस मैच में शानदार जीत दर्ज की और जुनेद की कहानी ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों पर गहरा प्रभाव डाला। उनका ये सफर न केवल उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण की गवाही देती है, बल्कि उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा भी है जो अपने सपनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।