कानपुर: दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग पर बड़ा हादसा होने से टल गया महाराजपुर के प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर छोटा गैस सिलेंडर रखकर ट्रेन पलटने की साजिश थी। लेकिन लोको पायलट की सूझबूझ से यह बड़ा हादसा टल गया लोको पायलट ने ट्रैक के बीच में सिलेंडर रखा देख ट्रेन रोक दी। जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। रेलवे सुरक्षा बल के एसपी ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर पांच किलो की क्षमता वाला एलजीपी का खाली सिलेंडर रखा हुआ पाया गया है. उन्होंने बताया कि ट्रेन की स्पीड काफी धीमी थी. लोको पायलट ने जब सिलेंडर को देखा तो इमरजेंसी ब्रेक लगाई और उसके बाद अधिकारियों को इसकी सूचना दी. इस मामले में आरपीएफ ने जांच शुरू कर दी है. साथ ही इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी दी गई है.
लेकिन सवाल यही उठता है कि हर बार और बार-बार यह हरकत कौन कर रहा है एक महीने में यह तीसरी घटना है आखिर कौन ट्रेन को पलटने की साजिश रच रहा है। बता दें लूप लाइन से कानपुर से प्रयागराज की तरफ मालगाड़ी जा रही थी पुलिस और रेल अधिकारी मौके पर है जांच की जा रही इससे पहले पनकी के औद्योगिक क्षेत्र के पास साबरमती एक्सप्रेस का इंजन और 20 बोगी ट्रेन की पटरी से नीचे उतर गए थे। लोको पायलट ने दावा किया है कि यह तीसरी घटना है इससे पहले लोहे की पटरी का टुकड़ा रखकर ट्रेन पलटने की कोशिश की गई थी। इसी तरह कुछ दिनों पहले कानपुर कासगंज रेल मार्ग पर भी ट्रैक पर गैस सिलेंडर रख कर ट्रेन को पलटने की साजिश रची गयी थी।
बता दें बीते आठ सितंबर की रात करीब 8.30 बजे कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को ब्लास्ट कर उड़ाने की साजिश सामने आई थी. प्रयागराज से भिवानी की ओर जाने वाली कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी गैस से भरे सिलेंडर टकराई थी. उसके बाद तेज आवाज भी हुई थी. इतना ही नहीं घटनास्थल पर पेट्रोल से भरी बोतल और माचिस के साथ बारूद भी मिला था. इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई है. इसके अलावा यूपी एटीएस, पुलिस और जीआरपी भी जांच कर रही है.