UP News: कोई भी व्यक्ति अगर किसी अधिकारी के पास अपनी किसी परेशानी को लेकर शिकायत करने जाता है। तो वह अपनी समस्या को आवेदन के रूप में लिख के उससे संबधित अधिकारी को अपना परेशानी दूर करने का गुहार लगाता है। लेकिन यूपी के फरियादी ने गुहार लगाने का तरीका थोड़ा ‘‘कैजुअल’ है। अपनी समस्या से परेशान व्यक्ति बड़े अनोखे तरीके से न्याय मांगा।
फरियादी बदाम सिंह ने अपनी समस्या की शिकायत करने ‘कटोरा’’ लेकर पहुंच गए। पीड़ित ने एसडीएम नागेंद्र पांडेय से न्याय मांगा। इस मामले में एक्सन दिखाते हुए एसडीएम नागेंद्र पांडे ने नौ महीने बीतने के बाद भी कार्रवाई न होने की बात सुनते ही लेखपाल को निलंबित कर दिया और मामले की जांच तहसीलदार को सौंप दी है।
जानकारी के मुताबिक बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नागीपुर अखौला निवासी बादाम सिंह का तत्कालीन हल्का लेखपाल ललित मोहन द्वारा तीन बीघा जमीन होने के बावजूद भी 51 हजार वार्षिक आमदनी का आय प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया था। इससे उसकी पुत्री की शादी में सरकार द्वारा चलाये जा रहे शादी अनुदान से लाभ नहीं मिल पाया।
फरियादी का आरोप है कि गांव के ही व्यक्ति की तीन एकड़ जमीन है। उसका आय प्रमाण पत्र 46 हजार रुपये वार्षिक आय का बना दिया गया। बादाम सिंह के मुताबिक कम आमदनी का आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पीड़ित ने अधिकारियों के चक्कर लगाए। पर उसे न्याय नहीं मिल पाया। फरियादी ने कहा कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो हम इस बात की शिकायत प्रधानमंत्री औऱ मुख्यमंत्री से करेंगे ।
रितीक की रिपोर्ट