हरियाणा में शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी पहल की शुरुआत हो रही है। राज्य सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और चिराग योजना के तहत छात्रों के लिए मुफ्त शिक्षा और सरकारी सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत, फरवरी 2025 से ईडब्ल्यूएस और चिराग योजना के अंतर्गत दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी। EWS योजना के तहत कक्षा 1 से 3 तक के छात्रों को राइट टू एजुकेशन (RTE) एक्ट के तहत मुफ्त शिक्षा प्राप्त होगी। वहीं, चिराग योजना के तहत कक्षा 4 से 12 तक के छात्रों को राज्य सरकार द्वारा वित्तीय सहायता दी जाएगी।
चिराग योजना का लाभ उन्हीं छात्रों को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय 1 लाख 80 हजार रुपये से कम है। हरियाणा सरकार ने योजना के तहत विभिन्न कक्षाओं के छात्रों को आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है, जिसमें कक्षा 4 और 5 के छात्रों को 700 रुपये प्रति माह, कक्षा 6 से 8 के छात्रों को 900 रुपये और कक्षा 9 से 12 के छात्रों को 1100 रुपये प्रति माह की सहायता दी जाएगी।
इसके अलावा, जैसे दिल्ली और चंडीगढ़ में स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, वैसे ही अब हरियाणा में भी ईडब्ल्यूएस वर्ग के छात्रों के लिए प्राइवेट स्कूलों में मुफ्त या कम फीस पर दाखिला प्रक्रिया शुरू की जाएगी। चिराग योजना के तहत नया सत्र शुरू होते ही दाखिले की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
पहले चरण में अभिभावक और छात्र शिक्षा विभाग की वेबसाइट के माध्यम से सहमति दर्ज करवा सकते हैं। इसके बाद स्कूलों में सीटों की जानकारी दी जाएगी और अगर किसी स्कूल में सीटों से अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं, तो लकी ड्रॉ निकाले जाएंगे। फिलहाल, दाखिले की तारीख को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जैसे ही तारीख तय होगी, हरियाणा शिक्षा विभाग इसकी सूचना जारी करेगा और इच्छुक अभिभावक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।