Jharkhand News: झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय ने 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई राज्य के पेयजल और स्वच्छता विभाग के मंत्री और गढ़वा से झामुमो के विधायक मिथिलेश ठाकुर के करीबी लोगों और अन्य अधिकारियों के ठिकानों पर की गई है. छापेमारी का मुख्य कारण जल जीवन मिशन में हुई अनियमितताएँ बताई जा रही हैं. रांची, चाईबासा समेत 20 से ज्यादा ठिकानों पर ईडी की टीम ने एक साथ छापेमारी की है. मंत्री मिथिलेश ठाकुर के करीबियों समेत कई विभागीय अभियंताओं के यहां भी छापेमारी हुई है.
जानकारी के अनुसार रांची के सीसीएल के जवाहर नगर स्थित एक सीनियर अधिकारी के आवास और उनके करीबी रिश्तेदार के हरिहर सिंह रोड स्थित फ्लैट में भी ईडी ने छापेमारी की है. बताया जाता है कि चाईबासा में मंत्री मिथिलेश ठाकुर के अमला टोला स्थित आवास पर भी छापेमारी की है.
रांची में मोरहाबादी, हरिहर सिंह रोड, और रातू रोड जैसे क्षेत्रों में ईडी की टीम ने दबिश दी है। चाईबासा में मंत्री मिथिलेश ठाकुर के भाई विनय ठाकुर और उनके बिजनेस पार्टनर वेदांत खिरवार के घरों पर भी छापे मारे गए हैं.
मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने इस कार्रवाई को राजनीतिक दबाव का परिणाम बताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह भाजपा द्वारा आयोजित एक राजनीतिक रेड है, जिसका उद्देश्य उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए मजबूर करना है. ठाकुर ने कहा कि वह इस दबाव को स्वीकार नहीं करेंगे और झारखंड की जनता के बीच धोखाधड़ी की राजनीति नहीं करेंगे.
इससे पहले भी झारखंड सरकार के एक अन्य मंत्री आलमगीर आलम को कैश कांड मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें करोड़ों रुपये की बरामदगी की गई थी.