Jharkhand assembly election 2024: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार (19 अक्तूबर) को झारखंड के रांची में आयोजित 'संविधान सम्मान सम्मेलन' में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर कड़ा हमला बोला। उन्होंने आदिवासी समुदायों के लिए 'वनवासी' शब्द के इस्तेमाल की आलोचना करते हुए इसे आदिवासी विरासत, इतिहास, और परंपराओं को मिटाने की कोशिश बताया।
भाजपा पर आदिवासी पहचान मिटाने का आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि जब भाजपा 'आदिवासी' के बजाय 'वनवासी' शब्द का इस्तेमाल करती है, तो वे आदिवासी समुदायों के इतिहास, दर्शन, और जीवनशैली को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा, "आदिवासी" का अर्थ है जो पहले आए, जबकि "वनवासी" का अर्थ है वे जो जंगलों में रहते हैं।
राहुल ने भाजपा पर आदिवासियों की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को खत्म करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा की नीतियां आदिवासी, दलित और ओबीसी समुदायों के खिलाफ हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि "पीएम मोदी कहते हैं कि वह दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्गों का सम्मान करेंगे, लेकिन फिर उनके अधिकार छीन लेते हैं।"
संविधान पर हमला राहुल गांधी ने किया दावा
राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं और इसे बचाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भाजपा धन और संस्थानों को नियंत्रित कर सकती है, लेकिन कांग्रेस के पास सच्चाई और ईमानदारी है। उन्होंने कहा, "भाजपा के पास पैसा, मीडिया, सीबीआई, ईडी और आईटी है, लेकिन हमारे पास सच्चाई है और हमें न्याय मिलेगा।"
जाति जनगणना और आरक्षण पर राहुल गांधी का वादा
राहुल गांधी ने जाति जनगणना के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह समाज के सभी वर्गों का सही मूल्यांकन करने का एकमात्र तरीका है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा जाति जनगणना का विरोध करती है, जबकि कांग्रेस इसे लागू करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण पर 50 फीसदी की सीमा हटाएगी और जाति आधारित आरक्षण को बढ़ावा देगी। उन्होंने आरोप लगाया कि "नौकरशाही के शीर्ष 90 IAS अधिकारियों में केवल 3 OBC हैं, और वित्त मंत्रालय में कोई दलित या आदिवासी नहीं है।"
आदिवासी और पिछड़े वर्गों की विरासत की रक्षा का संकल्प
राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव परिणामों का जिक्र करते हुए कहा कि जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्पष्ट संदेश दिया है कि बिरसा मुंडा, गुरु नानक देव, नारायण गुरु, बसवन्ना, भगवान बुद्ध और फुले जैसे महान विचारकों की सोच पर कोई हमला नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने वादा किया कि कांग्रेस आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए काम करती रहेगी और उनके संवैधानिक अधिकारों को बहाल करने का प्रयास करेगी।