Jharkhand Elections : झारखंड विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत शुक्रवार, 20 अक्टूबर को हो गई। पहले दिन कुल तीन उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। झारखंड की 43 विधानसभा सीटों पर मतदान 13 नवंबर को होना है, जो कि राज्य में हो रहे विधानसभा चुनाव का पहला चरण होगा। यह चरण राज्य के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस बार कई बड़े चेहरे चुनावी मैदान में हैं।
निर्वाचन आयोग की जानकारी
अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में जानकारी दी कि पहले दिन जमशेदपुर पश्चिमी, रांची, और कांके विधानसभा क्षेत्रों से एक-एक उम्मीदवार ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए। यह प्रक्रिया 25 अक्टूबर तक चलेगी, जिसमें उम्मीदवारों को प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नामांकन दाखिल करने का समय दिया गया है। यह प्रक्रिया अवकाश के दिनों को छोड़कर लगातार चलेगी।
नामांकन की महत्वपूर्ण तारीखें
नामांकन प्रक्रिया का अंतिम दिन: 25 अक्टूबर
मतदान का दिन: 13 नवंबर
राज्य में आचार संहिता और अवैध सामान की जब्ती
झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद अब तक राज्य में 1.25 करोड़ रुपये के अवैध सामान और नकदी की जब्ती की जा चुकी है। सबसे अधिक 26.51 लाख रुपये की जब्ती पलामू जिले से की गई है, जबकि रांची और चतरा से 15 लाख रुपये से अधिक की नकदी और अवैध सामान जब्त किया गया है। सरायकेला खारसावां और हजारीबाग जिलों में भी 10 लाख रुपये से अधिक की जब्ती दर्ज की गई है।
विभागों द्वारा जब्ती का ब्योरा
झारखंड पुलिस: 64.12 लाख रुपये
वाणिज्य कर विभाग: 28.28 लाख रुपये
आबकारी विभाग: 24.03 लाख रुपये
आदर्श आचार संहिता का पालन और कार्रवाई
आचार संहिता लागू होने के साथ ही राज्य में चुनावी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। निर्वाचन आयोग और संबंधित विभागों ने चुनाव से पहले किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए विशेष टीमों का गठन किया है, जो लगातार छापेमारी और जांच कर रही हैं। इससे चुनावी प्रक्रिया को स्वच्छ और पारदर्शी बनाए रखने में मदद मिलेगी।
झारखंड चुनाव के पहले चरण का महत्व
झारखंड विधानसभा के पहले चरण का चुनाव राज्य की 43 सीटों पर होगा, जो राज्य की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस चुनाव में सभी प्रमुख दलों ने अपने प्रत्याशियों को उतार दिया है, और पहले चरण में मतदान के बाद राज्य की राजनीतिक तस्वीर साफ हो जाएगी।