Jharkhand-Maharashtra Assembly Election 2024: झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में महिला केंद्रित योजनाओं ने निर्णायक भूमिका निभाई है। इन योजनाओं के जरिए सत्ताधारी दलों ने महिला मतदाताओं का समर्थन हासिल किया, जो उनकी चुनावी जीत में अहम साबित हुआ। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, और झारखंड के हालिया उदाहरण इस ट्रेंड को मजबूती से स्थापित करते हैं कि "जिसने वूमेन पावर को पहचाना, उसकी कुर्सी सेफ रही।"
महिला केंद्रित योजनाओं का असर
1. झारखंड की ‘मईंया सम्मान योजना’
योजना का उद्देश्य: महिलाओं को हर महीने नकद राशि प्रदान करना।
लॉन्चिंग का समय: चुनाव से ठीक पहले, जिससे महिला मतदाताओं के बीच सरकार का समर्थन बढ़ा।
नतीजा:
हेमंत सोरेन सरकार को महिला मतदाताओं का बड़ा समर्थन मिला।
झारखंड में JMM गठबंधन की जीत में महिलाओं की भूमिका निर्णायक रही।
2. महाराष्ट्र की ‘लाडकी बहीण योजना’
योजना का प्रभाव:
एकनाथ शिंदे सरकार ने महिलाओं को नकद राशि की गारंटी दी।
योजना का प्रचार-प्रसार जोर-शोर से किया गया।
चुनावी नतीजे:
एनडीए ने महाराष्ट्र में भारी बहुमत हासिल किया, जिसमें महिला मतदाताओं का योगदान स्पष्ट दिखा।
3. मध्य प्रदेश की ‘लाडली बहन योजना’
शिवराज सिंह चौहान का मास्टरस्ट्रोक:
1000 रुपये प्रति माह की शुरुआत, जो अब 2100 रुपये तक बढ़ गई है।
महिलाओं के वोट के दम पर बीजेपी की सरकार पहले से मजबूत स्थिति में उभरी।
राज्यों में महिला केंद्रित योजनाओं का विश्लेषण
राज्य योजना का नाम नतीजा
झारखंड मईंया सम्मान योजना JMM गठबंधन की जीत।
महाराष्ट्र लाडकी बहीण योजना एनडीए की दो-तिहाई बहुमत से जीत।
मध्य प्रदेश लाडली बहन योजना शिवराज सिंह चौहान की सत्ता बरकरार।
राजस्थान कोई विशेष योजना नहीं कांग्रेस के खिलाफ परिणाम।
छत्तीसगढ़ कोई विशेष योजना नहीं कांग्रेस को झटका।
महिलाओं की ताकत को समझने का महत्व
राजनीतिक असर:
महिला मतदाताओं ने चुनावों में निर्णायक भूमिका निभाई।
महिला केंद्रित योजनाओं ने सत्ताधारी पार्टियों को “भरोसेमंद” विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया।
भविष्य की राजनीति:
महिला केंद्रित योजनाएं अब चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा बनेंगी।
अन्य राज्यों में भी महिला वोटर्स को केंद्र में रखकर योजनाओं को लागू करने पर विचार किया जाएगा।
क्या सीखा जा सकता है?
1. समय पर योजना लागू करना:
चुनाव से पहले योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन और प्रचार-प्रसार जरूरी है।
2. भरोसा और पारदर्शिता:
वादों को पूरा करने वाली सरकारें महिलाओं का विश्वास जीतती हैं।
विपक्ष के घोषणा-पत्र की तुलना में मौजूदा सरकार की योजनाओं को ज्यादा समर्थन मिलता है।
3. वूमेन पावर का महत्व:
महिला मतदाता अब चुनावों में निर्णायक भूमिका निभा रही हैं।
महिला केंद्रित योजनाओं को चुनावी तुरुप का पत्ता माना जा सकता है