DHANBAD : प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेल्थ मिशन घोटाले के आरोपी प्रमोद सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले ईडी ने प्रमोद कुमार को अपना पक्ष रखने के लिए बारह बार समन भेजा था। आरोपी की ओर से एक बार भी समन का जबाव नहीं दिया गया और कभी पूछताछ के लिए भी उपस्थित नहीं हुआ।
लगभग नौ करोड़ के घोटाले का आरोप
बार-बार समन की अनदेखी करने और पूछताछ के लिए नहीं आने के कारण ईडी ने आरोपी को धनबाद के सहयोगी नगर से गिरफ्तार कर लिया। प्रमोद कुमार के खिलाफ नेशनल हेल्थ मिशन के लगभग नौ करोड़ के घोटाले का आरोप है।
प्रमोद कुमार इस घोटाले का मुख्य आरोपी
झारखंड नेशनल रुलर हेल्थ मिशन घोटाले से जुड़े इस केस में ईडी ने धनबाद के कई जगहों पर छापेमारी की थी और आरोपी प्रमोद कुमार के ड्राइवर अजीत सिंह के घर की भी तलाशी ली गई थी। प्रमोद कुमार को इस घोटाले का सरगना माना जाता है।
मनी लांड्रिग एक्ट के तहत दर्ज हुई थी प्राथमिकी
बता दें कि वर्तमान में कोयला व्यवसाय से जुड़ा प्रमोद कुमार पहले प्राथमिक स्वास्थय केंद्र झरिया सह जोड़पोखर में संविदा पर कार्यरत था। इस दौरान उसपर विभिन्न मदों में सरकार द्वारा आवंटित की गई राशियों के गबन का आरोप लगा और एसीबी ने इसकी जांच के लिए प्रमोद कुमार और अन्य के खिलाफ 8 जून,2016 को प्राथमिकी दर्ज की और इसी प्राथमिकी को आधार बनाकर ईडी ने मनी लांड्रिंग अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। आरोपी को वीडियो कॉन्प्रसिंग के जरिय प्रीवेन्शन ऑफ मनी लांड्रिग एक्ट के तहत विशेष कोर्ट में पेश किया गया।
अभिषेक-सुमन की रिपोर्ट