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6 पैक एब्स: सेहत की गारंटी या शरीर के लिए खतरा?

सिक्स-पैक एब्स का मतलब फिटनेस नहीं है। यह हद से ज्यादा डाइटिंग और एक्सरसाइज से शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। बैलेंस डाइट और कोर स्ट्रेंथ पर ध्यान देना बेहतर है।

सिक्स पैक एब्स

आज के समय में सिक्स-पैक एब्स पाना फिटनेस का प्रतीक माना जाता है। हर कोई स्लिम और परफेक्ट लुक के पीछे भाग रहा है। सोशल मीडिया और फिल्मों में इन एब्स को दिखाना न सिर्फ फिटनेस का प्रतीक बना दिया गया है, बल्कि इसे हेल्थ का मापदंड भी माना जाने लगा है। लेकिन क्या वाकई सिक्स-पैक एब्स का मतलब पूरी तरह फिट होना है?


इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि सिक्स-पैक एब्स की सच्चाई क्या है और क्यों यह हर किसी के लिए जरूरी या सही नहीं है।

सिक्स-पैक एब्स: सच्चाई और मिथक

सिक्स-पैक एब्स का मतलब है कम बॉडी फैट और मस्क्युलर डिफिनिशन। इसे पाने के लिए कड़ी डाइटिंग और एक्सरसाइज की जरूरत होती है। हालांकि, यह सिर्फ बाहरी लुक का मामला है और इसका मतलब यह नहीं है कि आप पूरी तरह फिट हैं।


मिथक: सिक्स-पैक एब्स हेल्थ का प्रतीक हैं।

सच्चाई: यह सिर्फ कम फैट प्रतिशत और मांसपेशियों को दिखाने का संकेत है। असल में यह शरीर के अंदर की फिटनेस या कोर स्ट्रेंथ का मापदंड नहीं है।


सिक्स-पैक एब्स पाने के जोखिम

पोषक तत्वों की कमी:

सिक्स-पैक पाने के लिए लोग अक्सर कैलोरी में कटौती करते हैं, जिससे शरीर को आवश्यक विटामिन और मिनरल्स नहीं मिल पाते।


हार्मोनल असंतुलन:

अत्यधिक डाइटिंग और एक्सरसाइज हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है। यह महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।


ओवरट्रेनिंग चोटें:

लगातार मांसपेशियों पर दबाव डालने से ओवरट्रेनिंग सिंड्रोम हो सकता है, जो लंबे समय तक चोट और कमजोरी का कारण बनता है।


कोर स्ट्रेंथ: असली फिटनेस का मापदंड

सिर्फ सिक्स-पैक एब्स पाने के बजाय कोर स्ट्रेंथ पर ध्यान देना चाहिए। मजबूत कोर न केवल आपकी फिटनेस को बढ़ाता है, बल्कि यह आपके शरीर की मुद्रा, संतुलन और रोजमर्रा की गतिविधियों में मदद करता है।


कोर स्ट्रेंथ बढ़ाने वाली एक्सरसाइज:

प्लैंक (Plank): यह पूरी कोर मसल्स को मजबूत बनाता है।

डेडलिफ्ट (Deadlift): कमर और रीढ़ की ताकत बढ़ाने में सहायक।

हॉलो होल्ड (Hollow Hold): लोअर एब्स को मजबूत करता है।

रशियन ट्विस्ट (Russian Twist): साइड एब्स और कोर मसल्स को टोन करता है।


कैसे बनाएं बैलेंस डाइट और फिटनेस प्लान?

न्यूट्रिशन पर ध्यान दें:

सिर्फ कम कैलोरी पर ध्यान देने के बजाय पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लें।


प्राकृतिक व्यायाम:

जिम में सिर्फ वजन उठाने के बजाय योग, रनिंग और स्विमिंग जैसी एक्टिविटी करें।


पर्याप्त आराम:

फिटनेस में आराम और नींद का भी अहम रोल है। मांसपेशियों की रिकवरी के लिए आराम जरूरी है।


निष्कर्ष

सिक्स-पैक एब्स पाना हर किसी का लक्ष्य नहीं होना चाहिए। फिटनेस का मतलब सिर्फ बाहरी लुक नहीं, बल्कि अंदरूनी ताकत और संतुलित जीवनशैली है। इसलिए संतुलित डाइट और कोर स्ट्रेंथ बढ़ाने वाली एक्सरसाइज पर ध्यान दें। यह न केवल आपको स्वस्थ रखेगा, बल्कि दीर्घकालिक फिटनेस भी सुनिश्चित करेगा।

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