Techer died in class room - क्लास में बच्चों को पढ़ाते-पढ़ाते टीचर की हार्ट अटैक से हुई मौत, छात्रों में मचा हड़कंप

Techer died in class room - स्कूल में बच्चों को पढ़ाते समय एक शिक्षिका की अचानक मौत हो गई। जिसके बाद स्कूल में हड़कंप मच गया।

Techer died in class room - क्लास में बच्चों को पढ़ाते-पढ़ात
क्लासरुम में शिक्षिका की हार्ट अटैक से मौत।- फोटो : न्जूज4नेशन

N4N Desk - मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक दुखद घटना सामने आई है, जहाँ स्कूल में बच्चों को पढ़ाते समय एक शिक्षिका की अचानक मौत हो गई। शाहनगर विकासखंड के शासकीय माध्यमिक शाला रगौली में कार्यरत शिक्षिका रेखा सिंह ठाकुर (उम्र करीब 55 वर्ष) की कक्षा के दौरान हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। इस घटना से स्कूल के शिक्षकों और बच्चों में हड़कंप मच गया और पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है।

जानकारी के मुताबिक, यह घटना कल दोपहर की है, जब शिक्षिका रेखा सिंह ठाकुर कक्षा में बच्चों को पढ़ा रही थीं। उसी समय उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा और वह कुर्सी से नीचे गिरकर बेहोश हो गईं। कक्षा में मौजूद घबराए हुए छात्र-छात्राओं ने तुरंत प्रधानाध्यापक राजेंद्र सिंह को घटना की सूचना दी। तत्काल उन्हें एक निजी वाहन से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शाहनगर ले जाया गया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने पर, डॉक्टरों ने जांच के बाद शिक्षिका रेखा सिंह ठाकुर को मृत घोषित कर दिया। शिक्षिका के निधन की खबर सुनकर शिक्षा विभाग सहित समूचे शाहनगर क्षेत्र में गहरा शोक व्याप्त हो गया है। उनका इस तरह अचानक चले जाना शिक्षा महकमे के लिए एक बड़ी क्षति है।

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में राजधानी भोपाल में भी एक प्रशासनिक अधिकारी की ड्यूटी के दौरान हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी। भोपाल के गोविंदपुरा तहसील के नायब तहसीलदार दिनेश साहू का गुरुवार सुबह एयरपोर्ट पर ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वे पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत की ड्यूटी में एयरपोर्ट पर तैनात थे।

बताया जाता है कि तहसीलदार दिनेश साहू को ड्यूटी के दौरान अचानक सीने में दर्द हुआ था, जिसके बाद साथी कर्मचारी उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने उन्हें भी मृत घोषित कर दिया। गोविंदपुरा एसडीएम रवीशकुमार श्रीवास्तव, तहसीलदार सौरभ वर्मा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी अस्पताल पहुंचे और कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं। ये दोनों घटनाएं दर्शाती हैं कि राज्य में सरकारी कर्मचारियों के बीच अचानक दिल का दौरा पड़ने के मामले चिंता का विषय बने हुए हैं।