Bhind news: मध्य प्रदेश के भिंड जिले में नगर पालिका परिषद और विद्युत निगम के अधिकारियों के बीच तनातनी का हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। मामला तब बढ़ा जब नगर पालिका परिषद का बिजली बिल काफी अधिक हो गया और विद्युत निगम ने बिल बकाया होने के कारण नगर पालिका की बिजली सप्लाई बंद कर दी। इस कार्रवाई से नाराज होकर नगर पालिका के अधिकारी, कर्मचारी, नेता और पार्षद विद्युत निगम के कार्यालय पहुंच गए और अधिकारियों से बिजली बहाल करने की मांग की।
विवाद की शुरुआत
विद्युत निगम के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि बिजली सप्लाई बकाया राशि जमा होने के बाद ही चालू होगी। इसी बात पर दोनों पक्षों के बीच बहस शुरू हो गई, जिसके बाद नगर पालिका के कर्मचारियों ने अनोखे तरीके से विरोध करने का निर्णय लिया।
विरोध प्रदर्शन और कचरा फेंकने की कार्रवाई
नगर पालिका के कर्मचारियों ने बिजली निगम के दफ्तर के चारों ओर कचरा फैला दिया और कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। नगर पालिका की कचरा गाड़ियों ने बिजली निगम कार्यालय के बाहर शहर का कचरा खाली कर दिया, जिससे ऑफिस के आवागमन मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। यह स्थिति बिजली विभाग के लिए काफी मुश्किल भरी बन गई।
नगर पालिका परिषद की मांग
नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष भानु भदौरिया का कहना है कि खुद विद्युत निगम पर नगर पालिका का करोड़ों रुपये का संपत्ति कर बकाया है, लेकिन फिर भी निगम पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने साफ कहा कि जब तक नगर पालिका का बकाया पैसा विद्युत विभाग नहीं चुकाता, तब तक कचरा इसी तरह से डाला जाएगा।