MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर पुलिस ने वृद्ध व्यक्ति के हत्याकांड मामले का घटना के महज 36 घंटे के अंदर ही खुलासा कर लिया है. तीन शार्प शूटर ने मिल कर बुजुर्ग पर आधा दर्जन गोलियां बरसाई थी. आपको बता दे कि पूरा मामला मुजफ्फरपुर जिले के काँटी थाना क्षेत्र के ढेमहा का है. जहाँ सोमवार की शाम को हुए बुजुर्ग राधे सिंह हत्याकांड का पुलिस ने महज 36 घंटे में सफल उदभेदन कर दिया है. इस घटना में शामिल 3 शार्प शूटर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं, जिसके पास से एक पिस्टल एक देशी कट्टा के अलावा भारी मात्रा में जिंदा कारतूस का जखीरा बरामद हुआ हैं. वहीं इस हत्याकांड में मृतक राधे सिंह के फूफा के अपने भाई का नाम सामने आया हैं.
वही मामले को को लेकर प्रेस वार्ता करते हुए ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने बताया किबीते सोमवार को कांटी थाना क्षेत्र के ढेमहा गांव में हुए बुजुर्ग की गोली मारकर हत्या के मामले में तकनीकी और मानवीय सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन शार्प शूटर को गिरफ्तार किया गया हैं, जिसने बुजुर्ग को गोली मारी थी, जिसमे एक युवक अनुराग बुजुर्ग के गाँव का ही रहने वाला हैं. वही दो युवक उसके दोस्त हैं. तीनों शार्प शूटर को पारु थाना क्षेत्र के रहने वाले जयप्रकाश सिंह ने 1 लाख 30 हजार में सुपारी लेकर बुजुर्ग की हत्या की थी. वही मामले में गठित विशेष टीम अभी भी मामले में फरार चल रहा है. कई आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है और जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.
ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने बताया कि घटना के पीछे जमीनी विवाद है. दरअसल राधे सिंह की बुजुर्ग फुआ और उनके पति रामविलास सिंह जो पारु में रहते हैं, उनका अपना कोई संतान नहीं हैं. फुआ के नामपर काँटी के रामपुर में करीब 10 एकड़ जमीन हैं जिसमे से उन्होंने अपने भतीजे राधे सिंह को 3 एकड़ जमीन लिख दिया, यही बात राधे सिंह के फूफा रामविलास सिंह के अपने भाई जयप्रकाश सिंह को नागवार गुजरा.
जयप्रकाश सिंह चाहते थे कि उनके भाई और भाभी की जमीन उन्हें मिले, जिसको लेकर रामविलास सिंह और जयप्रकाश सिंह में विवाद चल रहा था. इसी विवाद को पारु के रहने वाले जयप्रकाश सिंह और रामविलास सिंह और मृतक राधे सिंह में जमीन को लेकर विवाद था. इसी विवाद में उनकी हत्या कार्रवाई गई.
मुजफ्फरपुर से मणिभूषण की रिपोर्ट