हर साल लगभग 10 लाख छात्र दुनिया के विभिन्न देशों से अमेरिका में उच्च शिक्षा हासिल करने का सपना लेकर आते हैं। अमेरिका में क्वालिटी एजुकेशन, डिग्री प्रोग्राम्स की विविधता, और बेहतरीन करियर अवसर मिलने के कारण यह देश छात्रों का सबसे पसंदीदा स्टडी डेस्टिनेशन बन गया है। हालांकि, अमेरिका में मास्टर और ग्रेजुएशन प्रोग्राम्स की पढ़ाई के लिए बेहतरीन अवसर हैं, लेकिन यहां की ट्यूशन फीस और अन्य खर्चे भी काफी महंगे हैं।
अमेरिका में पढ़ाई पर होने वाला खर्चा
अमेरिका में कॉलेजों की फीस लाखों रुपये में होती है और एडमिशन के लिए अप्लाई करने पर 50 से 100 डॉलर (करीब 4,200 से 8,400 रुपये) का अतिरिक्त शुल्क देना होता है। यदि आप एक से ज्यादा यूनिवर्सिटीज में आवेदन करते हैं, तो यह फीस 1000 से 1500 डॉलर (करीब 84,000 से 1,26,000 रुपये) तक जा सकती है। एप्लिकेशन फीस, ट्रांस्क्रिप्ट और टेस्ट प्रोसेसिंग जैसी प्रक्रियाओं को कवर करने के लिए ली जाती है, और यह फीस नॉन-रिफंडेबल होती है, यानी एडमिशन न मिलने पर पैसे वापस नहीं मिलते।
अमेरिका की वे यूनिवर्सिटीज जहां नहीं लगती एप्लिकेशन फीस
वित्तीय रूप से सक्षम छात्र ही कई यूनिवर्सिटीज में एप्लाई कर पाते हैं, जबकि कुछ यूनिवर्सिटीज यह मानती हैं कि सभी छात्रों को आवेदन करने का मौका मिलना चाहिए। ऐसे में ये यूनिवर्सिटीज एप्लिकेशन फीस माफ करके छात्रों का खर्च कम करने में सहायक हैं। इन यूनिवर्सिटीज में बिना फीस के आवेदन करने का मतलब है कि छात्र अन्य खर्चों पर बेहतर निवेश कर सकते हैं।
बिना एप्लिकेशन फीस वाली कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज में शामिल हैं:
- वेलेस्ले कॉलेज
- सेंट लुइस यूनिवर्सिटी
- ब्रिजपोर्ट यूनिवर्सिटी
- ट्राइन यूनिवर्सिटी
- स्मिथ कॉलेज
- बायलर यूनिवर्सिटी
- जेवियर यूनिवर्सिटी
- साउथईस्ट मिसौरी स्टेट यूनिवर्सिटी
- कॉनकॉर्डिया यूनिवर्सिटी शिकागो
- डेटन यूनिवर्सिटी
उच्च क्वालिटी एजुकेशन के साथ कम खर्च में पढ़ाई का मौका
इन यूनिवर्सिटीज में आवेदन शुल्क नहीं होने के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता भी उच्च स्तर की है। भारतीय छात्र, जो कि अमेरिका में पढ़ाई के अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं, इन कॉलेजों में एडमिशन लेकर न केवल पैसे की बचत कर सकते हैं, बल्कि उच्च क्वालिटी शिक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, अन्य अमेरिकी कॉलेजों की तरह यहां की ट्यूशन फीस भी लाखों में है, लेकिन आवेदन प्रक्रिया का शुल्क बचाकर छात्र इस खर्चे का बेहतर प्रबंधन कर सकते हैं