PATNA - इंजीनियरिंग कॉलेजों में नए सत्र बीटेक पाठ्यक्रम में देश का पहला ‘क्वांटम टेक्नोलॉजी माइनर प्रोग्राम शुरू करने की तैयारी शुरू हो गई है। आज अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के तहत राष्ट्रीय क्वांटम मिशन (एनक्यूएम) के सहयोग से क्वांटम प्रौद्योगिकियों में स्नातक (यूजी) माइनर कार्यक्रम लांच कर दिया।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का मुख्य उद्देश्य भारत के लिए कार्यबल को तैयार करना है, जिससे देश को अत्याधुनिक क्वांटम नवाचार में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित किया जा सके। क्वांटम मिशन के तहत भारत दुनिया भर में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर पेशेवर तैयार करके दे सकता है।
कैसा होगा क्वांटम टेक्नोलॉजी
क्वांटम टेक्नोलॉजी को लांच करने के साथ ही बताया गया कि इसमें चार वर्टिकल क्वांटम कम्प्यूटेशन एंड सिमुलेशन, क्वांटम कम्युनिकेशन एंड क्रिप्टोग्राफी, क्वांटम सेंसिंग एंड क्वांटम मैटिरियल्स, डिवाइसेस शामिल हैं। यूजी माइनर प्रोग्राम क्वांटम प्रौद्योगिकी कंप्यूटिंग, कम्युनिकेशन और सेंसिंग को पुनः परिभाषित करेगी।
कई कंपनियों ने तैयार किया प्रोग्राम, कोर्स पूरा होते ही मिलेगी नौकरी
क्वांटम पाठ्यक्रम को इंडस्ट्री समेत देसी और विदेशी सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर कंपनियों ने मिलकर तैयार किया है। जिसमें टीसीएम, आइबीएम, अमेजान समेत कई अन्य बड़े नाम शामिल हैं। बीटेक स्टूडेंट्स जब ‘क्वांटम प्रौद्योगिकी’ में माइनर प्रोग्राम की पढ़ाई करके निकलेगा तो यही कंपनी कैंपस प्लेसमेंट से लेकर इंटर्नशिप में छात्रों का चयन करते हुए नौकरी देंगी
क्वांटम मिशन के तहत तैयार होंगे कुशल प्रतिभाएं
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के मिशन गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष डॉ अजय चौधरी ने कहा कि क्वांटम प्रौद्योगिकी में यह भारत का पहला यूजी कार्यक्रम है। यह पहल कुशल प्रतिभाएं तैयार करेगी और स्टार्टअप के साथ सहयोग को बढ़ावा देगी, जिससे छात्रों को वास्तविक दुनिया का अनुभव और क्वांटम प्रौद्योगिकी में नवाचार करने में मदद मिलेगी। जल्द एमटेक में भी यह कोर्स जोड़ने की तैयारी है। अगले शैक्षणिक सत्र में एआइसीटीइ के साथ मिलकर प्रोग्राम शुरू करना है।
क्या है क्वांटम टेक्नोलॉजी ?
क्वांटम टेक्नोलॉजी, क्वांटम सिद्धांत पर काम करता है, जो परमाणु और उप-परमाणु स्तर पर ऊर्जा और पदार्थ की प्रकृति के बारे में जानकारी प्रदान करता है। ये टेक्नोलॉजी आने वाले समय में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। क्वांटम टेक्नोलॉजी की मदद से डेटा और इंफॉर्मेशन को बहुत कम समय में प्रोसेस किया जा सकता है।