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Saif Ali Khan Attack Connection : लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ रहे हैं सैफ पर हमले के तार?पुलिस ने क्या बताया?

सैफ अली खान पर हुए हमले का लॉरेंस बिश्नोई के संबंध जोड़ कर मीडिया और सोशल मीडिया में इस विषय पर चर्चाएँ जारी हैं। पुलिस सभी संभावित एंगल्स की जांच कर रही है।

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सैफ पर हमले के तार?- फोटो : Social Media

Saif Ali Khan Attack Connection With Lawrence Bishnoi: सैफ अली खान पर हाल ही में उनके बांद्रा स्थित घर में एक अज्ञात हमलावर द्वारा चाकू से हमला किया गया। यह घटना 16 जनवरी 2025 की सुबह लगभग ढाई बजे हुई। हमलावर ने पहले बच्चों के कमरे में घुसकर नौकरानी के साथ झगड़ा किया, जिसके बाद सैफ ने हस्तक्षेप किया। इस हाथापाई में सैफ को गंभीर चोटें आईं, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।चूंकि उस वक्त घर में कोई ड्राइवर मौजूद नहीं था तो सैफ को उनके 23 साल के बेटे इब्राहिम ऑटो में लेकर अस्पताल पहुंचे। जिसके बाद उनका इलाज शुरू हुआ। फिलहाल सैफ लीलावती अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें अगले कुछ दिनों में वहां से डिस्चार्ज किया जा सकता है

लॉरेंस बिश्नोई का संदर्भ

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई  के अनुसार, सलमान खान ने बिश्नोई समाज का अपमान किया है, जो जानवरों को भगवान मानता है। इस संदर्भ में, बिश्नोई ने कहा था कि सलमान खान को मारना उसके जीवन का मकसद है।

काला हिरण मामला और सैफ अली खान का संबंध

1998 में ‘हम साथ साथ हैं’ फिल्म की शूटिंग के दौरान, सैफ अली खान और सलमान खान सहित अन्य अभिनेताओं पर काले हिरणों के शिकार का आरोप लगा था। इस मामले में बिश्नोई समाज ने इन अभिनेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। हालांकि, अंततः सभी आरोपियों को अदालत से राहत मिली थी।

 "हम साथ साथ हैं" की शूटिंग राजस्थान के जोधपुर में चल रही थी। इस फिल्म में सलमान खान, सैफ अली खान, तब्बू, सोनाली बेंद्रे और नीलम कोठारी शामिल थे। कहा जाता है कि इसी दौरान इन अभिनेताओं ने दो चिंकारा और तीन काले हिरणों का शिकार किया। इस घटना के बाद बिश्नोई समाज ने इन पर दो मुकदमे दर्ज कराए। यह मामला लगभग 20 वर्षों तक चला, जिसके अंत में सभी अभिनेताओं को आरोपों से मुक्त कर दिया गया। हालांकि, बिश्नोई समाज के सदस्यों ने दावा किया कि उन्होंने सलमान खान को पिस्तौल के साथ देखा था और रात के 12 बजे उन्होंने सलमान खान का पीछा किया था।

सैफ अली खान के पिता भी दोषी हुए थे करार

सैफ अली खान के पिता और पटौदी के नवाब, क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी ने वर्ष 2005 में काले हिरणों का शिकार किया था। यह घटना हरियाणा के झज्जर में हुई थी। जिस दिन मंसूर अली खान ने हिरणों का शिकार किया, उस दिन झज्जर के एसएचओ ने पटौदी और उनके शिकारी दल के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया। इस मामले में फरीदाबाद की विशेष पर्यावरण अदालत ने जनवरी 2015 में सभी 6 व्यक्तियों को तीन साल की सजा सुनाई थी। हालांकि, मंसूर अली खान पटौदी का निधन इससे पहले, वर्ष 2011 में हो गया था।

संभावित कनेक्शन की जांच

सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद कई मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट्स में इसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जोड़ने की कोशिश की जा रही हैयह हमला काले हिरण मामले से संबंधित हो सकता है। हालांकि, पुलिस अभी तक चोरी की नीयत से हमले की थ्योरी पर काम कर रही है और किसी भी गैंगस्टर कनेक्शन की पुष्टि नहीं हुई है।सैफ अली खान पर हुए हमले का लॉरेंस बिश्नोई के संबंध जोड़ कर मीडिया और सोशल मीडिया में इस विषय पर चर्चाएँ जारी हैं। पुलिस सभी संभावित एंगल्स की जांच कर रही है। बहहाल बिश्नोई समाज जोधपुर के पास पश्चिमी थार रेगिस्तान से आता है। इन्हें प्रकृति के प्रति प्रेम के लिए जाना जाता है। बिश्नोई समाज में जानवर को भगवान के समान मानते हैं। 


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