Gujarat Ahmedabad Bank Manager Customer Clash Video: अहमदाबाद के वस्त्रपुर इलाके में यूनियन बैंक प्रेमचंद नगर ब्रांच में एक ग्राहक और बैंक मैनेजर के बीच हुई तीखी बहस ने हिंसा का रूप ले लिया। यह विवाद FD (Fixed Deposit) पर TDS कटौती को लेकर हुआ। घटना 5 दिसंबर 2024 को सुबह 10:30 बजे हुई, जब ग्राहक जयमन रावल ने ब्रांच मैनेजर सौरभ सिंह और SUD लाइफ इंश्योरेंस के कर्मचारी शुभम जैन पर हमला कर दिया। इस विवाद का 44 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर वायरल हो गया, जिसे @idesibanda नाम के यूजर ने पोस्ट किया है।
वीडियो में क्या दिखा?
वीडियो में जयमन रावल को शुभम जैन से बहस करते हुए और फिर बैंक मैनेजर सौरभ सिंह से भिड़ते हुए देखा गया। बैंक के अन्य कर्मचारी उन्हें अलग करने की कोशिश करते दिखे। घटना में FD पर TDS कटौती से परेशान ग्राहक ने अपना आपा खो दिया और हाथापाई पर उतर आया।
'Customer' turned 'Crocodile' after TDS Deduction in Bank FD. FM sud instruct Bank staffs to learn 'taekwondo' for self defense. pic.twitter.com/CEDarfxcqi
— Newton Bank Kumar (@idesibanda) December 6, 2024
पुलिस की कार्रवाई
स्थानीय पुलिस ने ग्राहक के खिलाफ मारपीट और हंगामे के मामले में FIR दर्ज कर ली है। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। वहीं वायरल वीडियो पर इंटरनेट यूजर्स जमकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा: "क्या सिर्फ TDS काटने पर कोई ऐसा करेगा? शायद बैंक कर्मचारी ने बदसलूकी की होगी।" दूसरे यूजर ने कहा: "सब एक-दूसरे को मारो, देश में हर कोई गुस्से में है।"
तीसरे यूजर ने तर्क दिया: "हमें सिर्फ एक तरफ की कहानी दिख रही है। पूरी सच्चाई सामने आने पर दोनों पक्षों की गलती पता चलेगी।" एक और यूजर ने व्यंग्य करते हुए कहा: "वित्त मंत्री को बैंक कर्मचारियों को आत्मरक्षा के लिए ताइक्वांडो सिखाने का निर्देश देना चाहिए।"
क्या है TDS कटौती का मुद्दा?
TDS (Tax Deducted at Source) एक अनिवार्य टैक्स प्रक्रिया है, जिसमें बैंक FD से तय सीमा से अधिक ब्याज पर टैक्स काटते हैं। अक्सर ग्राहकों को इस प्रक्रिया की जानकारी नहीं होती, जिससे भ्रम और असंतोष पैदा होता है। डिजिटल अवेयरनेस की कमी और संवाद की समस्याएं भी ऐसे विवादों का कारण बनती हैं।
सावधानी की आवश्यकता
बैंक ग्राहकों को FD और TDS से जुड़ी प्रक्रियाओं की पूरी जानकारी लेनी चाहिए। बैंकों को भी ग्राहकों को बेहतर तरीके से समझाने की जिम्मेदारी उठानी चाहिए। विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना आवश्यक है।