N4N DESK : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज 99 साल का हो गया। विजयदशमी के दिन 1925 में आज से 99 साल पहले इसकी स्थापना हुई थी। आरएसएस की स्थापना डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने किया था। उन्होंने 20-25 युवाओं के एक समूह के साथ इसकी शुरूआत की थी। प्रारंभिक वर्षों में संघ के विकास में कई लोगों ने प्रमुख भूमिका निभाए। उन प्रमुख लोगों में भाऊजी कावरे, अन्ना सोहनी, विश्वनाथराव केलकर, बालाजी हुद्दर और बापूराव भेड़ी शामिल थे। आरएसएस की कार्यशैली का मूल आधार दैनिक शाखा है। लगभग एक घंटे के समय के लिए तय समय व स्थान पर लोग एकत्र होते हैं तथा शारीरिक, बौद्धिक व आध्यात्मिक विकास से संबंधित गतिविधियों व कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं।
आएसएस के ध्वज भगवा रंग का है। हर साल विजयदशमी के दिन संघ के स्वंयसेवक पथ संचलन करते हैं। 1940 में आरएसएस के संस्थापक डॉ हेडगेवार का निधन हो गया और एम.एस. गोलवलकर ने आरएसएस के दूसरे सरसंघचालक के रूप में पदभार संभाला। उन्होंने 33 वर्षो तक इस दायित्व को संभाला। साल 1973 में मधुकर दत्तात्रेय देवरस तीसरे सरसंघचालक बने और उन्होंने 1993 तक अपने दायित्व को संभाला। फिर राजेन्द्र सिंह आरएसएस सरसंघचालक बने । उन्होंने 1993 से 2000 तक अपने दायित्व को संभाला। के. एस सुदर्शन संध के पांचवे सरसंघचालक बने । उन्होंने 2000 से 2009 तक अपने दायित्व को संभाला। वर्ष 2009 में मोहन भागवत संघ से सरसंघचालक बने और अब तक अपने पद पर बने हुए है। बता दें की अब तक आरएसएस पर तीन बार प्रतिबंध लगाया जा चुका हैं। वर्ष 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था । साल 1975 आपातकाल के दौरान प्रतिबंधित कर दिया गया था और फिर 1992 में इसे बाबरी ढांचे के विध्वंस के बाद प्रतिबंधित कर दिया गया था। तीनों बार, कुछ ही समय में प्रतिबंध हटा लिया गया।
हिंदू राष्ट्रवाद का प्रबल समर्थक आरएसएस देश में सत्तारुढ़ राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी का पैतृक संगठन माना जाता है। हालांकि, संघ से जुड़े लोग कहते हैं कि यह सामाजिक संगठन है और बीजेपी के फायदे के मकसद से कोई कार्यक्रम नहीं करता है। बीजेपी ने कांग्रेस मुक्त का नारा दिया। लेकिन संघ प्रमुख ने अपने संवाद कार्यक्रम में कांग्रेस की भी तारीफ की।
हालाँकि ये जरूर है कि संघ के कार्यक्रमों से जो वातावरण बनता है उसका फायदा बीजेपी को मिलता है, क्योंकि दोनों की विचारधारा मिलती है। आज संघ के स्थापना के 99 वर्ष पूर्ण होने पर पीएम मोदी ने बधाई दी हैं। प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि राष्ट्र सेवा में समर्पित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि आरएसएस आज अपने 100 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। अविरल यात्रा के इस ऐतिहासिक पड़ाव पर समस्त स्वयंसेवकों को मेरी हार्दिक बधाई और अनंत शुभकामनाएं। मां भारती के लिए यह संकल्प और समर्पण देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करने के साथ ही ‘विकसित भारत’ को साकार करने में भी नई ऊर्जा भरने वाला है।
ऋतिक की रिपोर्ट