2nd longest expressway in the country: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा भारत के दूसरे सबसे लंबे अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे पर तेजी से काम हो रहा है। उम्मीद है कि इस एक्सप्रेसवे का निर्माण अगले साल तक पूरा कर लिया जाएगा। इस परियोजना से गुजरात, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा। जिससे इन राज्यों के लोगों और व्यापार को बड़ा फायदा मिलेगा।
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का निर्माण
NHAI इस एक्सप्रेसवे का निर्माण भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत कर रहा है। लगभग 915 किलोमीटर का हिस्सा ग्रीनफील्ड एलाइनमेंट के आधार पर तैयार किया जा रहा है, जो 4 से 6 लेन का होगा। शेष हिस्सा मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्गों को अपग्रेड कर बनाया जा रहा है। यह परियोजना 2019 में शुरू हुई थी, और इसके 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है। इसके बाद इस हाईवे पर यातायात शुरू हो जाएगा।
सुरक्षा और एडवांस्ड सुविधाएं
इस एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों को कम करने के लिए एडवांस्ड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगाया जाएगा। शुरुआती दिनों के लिए वाहनों की अधिकतम रफ्तार 120 किमी/घंटा तय की गई है। फिलहाल हाईवे पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गाड़िया चलाने की इजाजत नहीं होगी। हर किलोमीटर पर एक इमरजेंसी कॉल बॉक्स स्थापित किया जाएगा। किसी दुर्घटना या आपात स्थिति में तुरंत एंबुलेंस सेवा उपलब्ध होगी।
सफर में होगी बड़ी कटौती
अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के शुरू होने से इन दोनों शहरों के बीच की दूरी घटकर 1256 किलोमीटर रह जाएगी, जो अभी 1430 किलोमीटर है। इससे सफर का समय 26 घंटे से घटकर मात्र 13 घंटे हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगा। बल्कि चारों राज्यों की आर्थिक और सामाजिक कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगा