N4N DESK : कोई भी इन्सान जब इश्क में होता है तो कई सुखद एहसासों का अनुभव करता है। उन एहसासों के अनुभवों से उसके मन की बगिया हमेशा गुलजार रहती है। ऐसा कहा जाता है की प्रेम संबध के दौरान प्रेयसी के अधरों पर आशिक का लब न हो तो उनकी प्रेम में उतनी प्रगाढ़ता नहीं होती है। गीतकार साहिर लुधियानवी ने भी अपने गीतों में इसे जगह दिया हैं। साहिर लिखते हैं कि छू लेने दो नाज़ुक होठों को कुछ और नहीं हैं... जाम हैं ये... क़ुदरत ने जो हमको बख़्शा है वो सबसे हंसीं ईनाम हैं ये।
युवाओं में प्रेम करने को लेकर धीरे धीरे अरूचि बढ़ रही है
हालाँकि एक सर्वे में ऐसा आया है जिसे देखकर भारत में आशिकी करने वाले नौजवान चौंक सकते है। जी हां एशिया महादेश का एक ऐसा देश हैं जहां के किशोर अब चुंबन करने से कतराने लगे है। इस सर्वे के आने के बाद से उस देश के लोग चिंता में है। उन्हें लग रहा है कि उनके देश के युवाओं में प्रेम करने को लेकर धीरे धीरे अरूचि बढ़ रही है। लोगों का मानना है कि अगर इसी तरह युवा प्रेम करने से कतराते रहे तो देश की जनसंख्या में भारी गिरावट आयेगी। एशिया की जिस देश की हम बात कर रहे है वह देश कोई और नहीं जापान है।
जापान के एक हाई स्कूल के एक हालिया सर्वे के मुताबिक
जापान के एक हाई स्कूल के एक हालिया सर्वे में यह बात निकलकर सामने आयी है कि पांच में चार किशोर लड़कों ने अब तक पहले चुंबन का अनुभव नहीं किया है। इस जानकारी के सामने आने के बाद आने के बाद एक्सपर्ट ने कहा है कि इसके कारण देश में शादी में भी गिरावट आने के साथ साथ बच्चों के पैदा होने की दर में भी कमी आयेगी। एक किशोर ने बताया की कई लड़के “शाकाहारी” बन गए हैं, जो रोमांटिक रिश्तों सहित पारंपरिक मर्दाना भूमिकाओं में बहुत कम रुचि दिखाते हैं।
रितिक की रिपोर्ट