गाजा में इजरायली सेना की भीषण बमबारी और गोलाबारी जारी है. शनिवार शाम के बाद 24 घंटों में इजरायली कार्रवाई में 166 लोगों के मारे जाने और सैकड़ों के घायल होने की सूचना है. सबसे ज्यादा मौतें उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी क्षेत्र में हुई हैं. गाजा में मरने वालों की संख्या करीब 20,500 हो गई है, इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं.
इजरायली सेना, आईडीएफ की ओर से शनिवार को कहा कि उसने हमास से जुड़े कई लोगों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. आईडीएफ ने बीते एक हफ्ते में 200 से ज्यादा हमास आतंकियों को पकड़कर पूछताछ के लिए इजरायल लाने की बात कही है. आईडीएफ का कहना है कि आतंकवादी समूह हमास और इस्लामिक जिहाद से संबंध रखने वाले 700 से ज्यादा लड़ाकों को लोगों को अभी तक गिरफ्तार कर इजराइली की जेलों में भेजा जा चुका है.
गाजा के दूसरे चरण के युद्ध के दौरान अमेरिका ने अपने निकट सहयोगी से नागरिकों की मौत को लेकर चिंता जताई है. उसने इजरायल से अपील की है वह संयम बरते और ध्यान रखे कि कम से कम जन हानि हो. इजरायली बमबारी में 23 लाख की आबादी वाले गाजा पट्टी के 80 प्रतिशत लोग विस्थापित हो चुके हैं.
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 7 अक्टूबर को इजरायल की ओर से शुरू किए गए युद्ध में अब तक 20,000 से अधिक फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है. जिसमें आधे से ज्यादा संख्या बच्चों और महिलाओं की है. गाजा पट्टी में बहुत बड़ी तादाद में विस्थापन भी हो रहा है. गाजा की लगभग 23 लाख की आबादी में से 80 फीसदी से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है. बता दें कि ये लड़ाई इजरायल में सात अक्टूबर के हमास के हमले के बाद शुरू हुई है. इस हमले में करीब 1200 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद से इजरायल लगातार गाजा पट्टी में बमों की बारिश कर रहा है. इजरायल का कहना है कि वह हमास को निशाना बनाकर हमले कर रहा है और उसे पूरी तरह से खत्म करके ही लड़ाई को रोकेगा.